30 साल बाद कश्मीर में खुला पहला मल्टीप्लेक्स, उप राज्यपाल ने किया उद्घाटन
बॉलीवुड फिल्मों में कश्मीर की एक खास जगह है। कई फिल्मों की शूटिंग कश्मीर की खूबसूरत वादियों में हुई हैं। चाहे डल झील के शिकारा हों या फिर चिनार के लाल पत्ते, कश्मीर की खूबसूरती को बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं ने खूब भुनाया है। हालांकि, खुद कश्मीरी लंबे समय से इन फिल्मों को बड़े पर्दे पर देखने से दूर थे। इन लोगों के लिए एक खुशखबरी आई है। 30 साल में पहली बार कश्मीर में मल्टीप्लेक्स खुल गया है।
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया उद्घाटन
मंगलवार (20 सितंबर) को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक मल्टीप्लेक्स का उद्घाटन किया। मल्टीप्लेक्स चेन आइनॉक्स सिनेमा द्वारा शुरू किए गए इस मल्टीप्लेक्स को बनने में करीब पांच साल का समय लगा। इस सिनेमाघर में 520 लोगों के बैठने की क्षमता है। उद्घाटन समारोह में सिन्हा ने कहा कि कश्मीर के हर जिले में सिनेमाघर शुरू किए जाएंगे। इस नए दौर की शुरुआत आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' की स्क्रीनिंग के साथ हुई।
श्रीनगर को मिला पहला मल्टीप्लेक्स
कश्मीर में नहीं था कोई भी सिनेमाघर
भारत का पहला मल्टीप्लेक्स 1997 में नई दिल्ली में खुला था। कश्मीर को यह सुविधा इसके करीब 25 साल बाद मिल रही है। मल्टीप्लेक्स तो दूर, करीब 30 सालों से कश्मीर के लोगों ने कोई भी सिनेमाघर नहीं देखा है।
क्यों बंद हो गए थे कश्मीर के सिनेमाघर?
90 के दशक में कश्मीर में जब आतंकवाद बढ़ा तो इसका असर आम जनजीवन पर सबसे ज्यादा पड़ा। आतंकवाद के कारण ही वहां के सब सिनेमाघर भी बंद कर दिए गए। दशक के आखिर में इन्हें दोबारा शुरू करने की कोशिश भी की गई। नीलम, रीगल और ब्रॉडवे जैसे सिनेमाघरों ने शो चलाने शुरू किए। 1999 में रीगल सिनेमाघर में हुए आतंकी हमले में एक नागरिक की जान चली गई थी, जिसके बाद वहां सिनेमाघर फिर बंद कर दिए गए।
लॉकडाउन की दोहरी मार के बाद कश्मीरियों को मिला ये तोहफा
बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त था। अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने इस अनुच्छेद को समाप्त कर दिया और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पूरे कश्मीर में "लॉकडाउन" लगा दिया गया था। इसके बाद कोरोना की वजह से जनजीवन बेहाल रहा और कश्मीर का टूरिज्म बुरी तरह प्रभावित हुआ। सुरक्षा की दृष्टि से लंबे समय तक इंटरनेट भी बंद रखा गया था।
पिछले साल लद्दाख को मिला था मूविंग थिएटर
पिछले साल लद्दाख को दुनिया के सबसे ऊंचे मूविंग सिनेमा थिएटर की सौगात मिली थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के हर क्षेत्र के लोगों को डिजिटल सिनेमा का अनुभव देना है। 11,562 फीट की ऊंचाई पर स्थापित यह थिएटर लद्दाख का पहला मूविंग सिनेमा थिएटर है। इसे लेह के NSD ग्राउंड में लगाया गया था। थिएटर स्थापित करने वाली कंपनी के CEO सुशील चौधरी के मुताबिक यह दुनिया में सबसे ऊंचाई पर स्थापित सिनेमा थिएटर है।