केंद्र ने राज्यों से कहा- फुल वैक्सीनेटेड यात्रियों को RT-PCR टेस्ट से छूट मिले
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उन यात्रियों को आगमन पर RT-PCR टेस्ट से छूट देने की मांग की है, जिन्हें कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हैं।
पर्यटन मंत्रालय ने इस संबंध में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजा है।
फिलहाल कई राज्यों में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट रखना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें प्रवेश से रोका जा सकता है।
जानकारी
राज्यों के पास बुधवार को भेजा गया पत्र
पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त महानिदेशक रुपिंदर बराड़ ने TOI को बताया कि मंत्रालय ने बुधवार को राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर महामारी के दौरान एक जैसे नियमों के पालन की मांग की है।
पत्र में वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके और आगमन पर वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाने वाले लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट की अनिवार्यता खत्म करने की बात कही गई है।
इससे पहले मंत्रालय ने 5 अगस्त को सभी हितधारकों के साथ बैठक की थी।
कोरोना संकट
यात्रा नियमों को एक जैसा बनाने की कवायद
5 अगस्त की बैठक में राज्यों के प्रतिनिधियों के अलावा पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी से जुड़ी संस्थाओं के लोगों ने हिस्सा लिया था। बैठक में राज्यों के बीच यात्रा के नियमों में एकरुपता लाने पर विचार-विमर्श किया गया था।
अभी कई राज्यों में दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी नहीं है, लेकिन पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, गोवा और छत्तीसगढ़ में प्रवेश के लिए RT-PCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है।
कोरोना संकट
बैठक में टेस्ट अनिवार्यता हटाने को राजी हुए राज्य
बराड़ ने कहा कि महाराष्ट्र और सिक्किम जैसे प्रदेश वैक्सीनेशन के आधार पर देश के दूसरे हिस्से से आ रहे लोगों को प्रवेश दे रहे हैं और वो RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट नहीं मांग रहे। बैठक में शामिल सभी राज्यों ने इसे सही मानते हुए इस पर सहमति व्यक्त की है।
अब पर्यटन मंत्रालय स्वास्थ्य और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ मिलकर यात्रा से जुड़े नियमों को एक जैसा बनाने के लिए विचार-विमर्श करेगा।
कोरोना वायरस
देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 41,195 नए मामले सामने आए और 490 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,20,77,706 हो गई है। इनमें से 4,29,669 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या पांच दिन बाद बढ़कर 3,87,987 हो गई है।
देश में बीते डेढ़ महीने से मामले 40,000 के आसपास बने हुए हैं जो चिंता का विषय है।
जानकारी
देशभर में लगाई गईं 52 करोड़ से अधिक खुराकें
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 52,36,71,019 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 44,19,627 खुराकें लगाई गईं। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार चिंता का विषय बनी हुई है।