हरियाणा में महंगी हुई MBBS की पढ़ाई, बॉन्ड समेत छात्रों को चुकाने होंगे 40 लाख रुपये
क्या है खबर?
हरियाणा में अब MBBS की पढ़ाई करना महंगा होने जा रहा है।
दरअसल, खट्टर सरकार ने अधिसूचना जारी की है, जिसके तहत अब MBBS के छात्रों को चार साल के लिए फीस सहित 40 लाख रुपये का भुगतान करना होगा।
इस साल से हरियाणा के सरकारी कॉलेजों में MBBS प्रथम वर्ष की फीस 80,000 रुपये हो गई है, लेकिन छात्रों को बॉन्ड समेत 10 लाख रुपये देने होंगे।
इसे लेकर कांग्रेस ने खट्टर सरकार पर निशाना साधा है।
मामला
क्या है यह पूरा मामला?
हरियाणा सरकार नई नीति लाई है, ताकि MBBS छात्र पढ़ाई के बाद नौकरी करने के लिए राज्य सरकार की मेडिकल और चिकित्सा सेवाओं को चुनें।
इनके तहत हर साल एडमिशन के समय छात्रों को फीस समेत 10 लाख रुपये का बॉन्ड भरना होगा।
छात्र चाहे तो अपने पास से 10 लाख रुपये दे सकते हैं या सरकार की मदद से लोन भी ले सकते हैं। छात्रों को चार साल की पढ़ाई के लिए 40 लाख रुपये देने होंगे।
नीति
सरकारी नौकरी मिलने पर सरकार वापस चुकाएगी लोन
इसके बाद अगर कोई छात्र MBBS की पढ़ाई और अपनी इंटर्नशिप पूरी कर हरियाणा सरकार के कॉलेजों या चिकित्सा सेवाओं में सेवा देता है तो सरकार उसके इस पैसे को ब्याज समेत वापस चुका देगी।
इसके लिए छात्र को सात साल तक सरकार को अपनी सेवाएं देनी होंगी। यानी अगर छात्र सात साल तक सरकारी नौकरी करेगा तो उसके बॉन्ड की राशि किस्तों में वापस चुका दी जाएगी और उससे कोर्स की 3.71 लाख रुपये फीस ही ली जाएगी।
नीति
पहले नौकरी छोड़ने पर छात्र को खुद करना होगा लोन का भुगतान
वहीं दूसरी तरफ, अगर कोई छात्र हरियाणा सरकार की नौकरी नहीं करता है या सात साल से पहले हरियाणा सरकार की नौकरी छोड़कर दूसरी जगह चला जाता है तो उसकी बकाया किस्तों का भुगतान नहीं किया जाएगा।
हालांकि, सरकार ने इस नीति में छात्रों को सरकारी नौकरी देने की गारंटी नहीं ली है।
इसके अलावा अगर किसी छात्र को नौकरी नहीं मिलती है तो लोन का पैसा उन्हें खुद जमा कराना होगा। इसके लिए सात साल का समय दिया जाएगा।
अधिसूचना
इस साल इतनी होगी MBBS कोर्स की फीस
हरियाणा सरकार ने इस साल MBBS कोर्स के लिए फीस का ऐलान कर दिया है।
पहले साल के लिए फीस 80,000 रुपये तय की गई है, जिसमें हर साल 10 फीसदी का बढ़ोतरी होती रहेगी। दूसरे साल यह 88,000 रुपये, तीसरे साल 96,800 रुपये और चौथे साल 1,06,480 रुपये हो जाएगी।
इसके साथ-साथ छात्रों को पहले साल 9.20 लाख रुपये का बॉन्ड भरना होगा। फीस समेत यह कुल रकम 10 लाख रुपये हो जाएगी।
नियम
NRI छात्रों पर नहीं लागू होगी नई नीति
दूसरे साल MBBS छात्र को 88,000 रुपये की फीस के साथ 9,12,000 लाख रुपये का बॉन्ड, तीसरे साल 9,03,200 रुपये और चौथे साल 8,93,520 रुपये का बॉन्ड भरना होगा।
हर साल फीस के साथ बॉन्ड की रकम मिलकर 10-10 लाख रुपये होती रहेगी।
चौथे साल तक छात्र फीस के 3,71,280 रुपये और बॉन्ड के 36,28,720 रुपये भर चुका होगा।
NRI छात्रों पर बॉन्ड की नीति लागू नहीं होगी। PG कोर्स के लिए बढ़ी हुई फीस अगले साल से लागू होगी।
प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने साधा निशाना
राज्य सरकार के इस फैसले की कांग्रेस पार्टी ने आलोचना की है। पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे 'तुगलकी फरमान' करार देते हुए कहा कि इस कदम से कई गरीब बच्चों के माता-पिता के सपने टूट जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अब हरियाणा में MBBS की पढ़ाई पूरी करने के लिए 40 लाख रुपये की जरूरत होगी। गरीब लोगों के लिए इसका भुगतान कर पाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने सरकार से यह फैसला वापस लेने की मांग की है।