मुंडका आग त्रासदी: चार मंजिला इमारत में कैसे लगी आग और अब तक क्या-क्या हुआ?
दिल्ली के मुंडका की एक चार मंजिला इमारत में लगी भीषण आग में 27 लोगों की मौत हो गई है और 12 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि 29 लोग अभी भी लापता हैं, जिनमें से 24 महिलाएं हैं। घटनास्थल का दौरा करने आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ितों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। आइए जानते हैं कि इमारत में आग कैसे लगी और अब तक क्या-क्या हुआ।
किस मंजिल पर और कैसे हुई आग की शुरूआत?
मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित जिस इमारत में आग लगी, उसमें कई ऑफिस मौजूद हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग की लपटें सबसे पहले पहली मंजिल पर स्थित एक CCTV कैमरा और राउटर्स बनाने वाली कंपनी के गोदाम में देखी गईं। माना जा रहा है कि इस मंजिल पर रखे जनरेटर से आग की शुरूआत हुई। दिल्ली दमकल विभाग के प्रमुख ने अतुल गर्ग ने बताया कि इमारत में इलेक्ट्रिसिटी ब्लास्ट की वजह से आग लगी।
अंदर कैसे फंसे लोग?
आग लगने पर लोगों ने सुरक्षित बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन इमारत से बाहर निकलने का एक ही रास्ता था और आग लगने के कारण उससे से निकलना संभव नहीं था। जल्द ही पूरी इमारत में चीख-पुकार मच गई और कई लोग अपनी जान बचाने के लिए रस्सी की मदद से खिड़कियों से कूद गए। गर्ग के अनुसार, 50-60 लोग एक ही हॉल में मौजूद थे और ये हॉल बाहर से बंद था।
घंटों की मशक्कत के बाद पाया जा सका आग पर काबू
घटना की जानकारी मिलने पर दमकल विभाग ने अपनी 30 गाड़ियों को मौके पर रवाना किया। अंत में घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। अभी दमकल विभाग, पुुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) मिलकर राहत-बचाव अभियान चला रहे हैं।
इमारत में थी कई कमियां, नहीं मिला हुआ था NOC
दमकल विभाग प्रमुख गर्ग ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें कई कमियां थीं। उन्होंने बताया कि इमारत स्वीकृत नहीं थी और इसे दमकल विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं मिला हुआ था। इमारत से बाहर निकलने का बस एक ही रास्ता था और आग से बचाव के लिए कोई सुरक्षा मौजूद नहीं थी। उन्होंने बताया कि इमारत में भारी मात्रा में प्लास्टिक थी और ये सामान से ओवरलोड हो रखी थी।
हिरासत में लिए गए इमारत के मालिक
इन सभी लापरवाहियों के लिए इमारत के दो मालिकों, हरीश गोयल और वरुण गोयल, को हिरासत में ले लिया गया है। उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस के अनुसार, हादसे में इमारत मालिकों के पिता अमरनाथ गोयल की भी जलकर मौत हो गई है। हादसे के समय अमरनाथ इमारत में ही मौजूद थे और वो सुरक्षित बाहर नहीं निकल पाए। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है और मलबे में कई शव मिले हैं।
केजरीवाल ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री केजरीवाल आज घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे और मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान भी किया। घायलों को 50,000-50,000 रुपये दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त किया है। उनके कार्यालय मृतकों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50,000-50,000 रुपये का मुआवजा देगा।