#NewsBytesExclusive: भारत-पाक तनाव पर सुरक्षा विशेषज्ञ अभिजीत अय्यर-मित्रा से खास बातचीत
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में हमेशा तनातनी रही है। पुलवामा हमले के बाद यह तनातनी इस हद तक पहुंच गई कि दूसरे देशों को मध्यस्थता के लिए आना पड़ा। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी इस तनाव को लेकर हमने रक्षा विशेषज्ञ और कॉलमनिस्ट अभिजीत अय्यर-मित्रा से बात की। आइये जानते हैं कि भारत की एयर स्ट्राइक, विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की वापसी और पाकिस्तान की शांति की अपील पर उनके क्या विचार हैं।
'पाकिस्तान ने अपनी छवि बचाने के लिए अभिनंदन को वापस भेजा'
हमने अभिजीत से पूछा कि क्या अभिनंदन की वापसी भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को कम करेगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता ऐसा होगा। पाकिस्तान के पास ज्यादा विकल्प नहीं थे। हर कोई उन्हें जेनेवा कन्वेंशन याद दिला रहा था। उन्होंने अपनी छवि बचाने के लिए अभिनंदन को रिहा किया है।" उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अभिनंदन की रिहाई से नहीं बल्कि तब कम होगा, जब पाकिस्तान आतंक के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
मिग-21 की जीत बहुत बड़ी
अभिनंदन के मिग-21 द्वारा पाकिस्तान के F-16 को मार गिराने की बात पर अभिजीत ने कहा कि मिग-21 1950 में और F-16 1970 में डिजाइन किया गया था। मिग-21 को बहुत अपडेट नहीं किया गया। यह बिल्कुल ऐसा है जैसे मारुति-800 का मुकाबला मर्सिडिज से हो और मारुति-800 जीत जाए। अभिजीत ने कहा, "यह मैनुअल और ऑटोमेटिक गियर-शिफ्ट जैसा है। जब ड्राइवर अच्छा नहीं होता है तो ऑटोमेटिक ठीक है, लेकिन असली रेसिंग ड्राइवर मैनुअल के साथ जाते हैं।"
F-16 पर भारी पड़ा मिग-21
अभिजीत ने मिग-21 की जीत को तकनीक का चमत्कार बताया है। उन्होंने कहा, "इससे हमारे पायलटों की ट्रेनिंग का स्तर पता चलता है। उन्होंने (अभिनंदन) एक पुरानी चीज (मिग-21) से नई चीज (F-16) को शूट कर दिया। यह सच में टेक्नोलॉजी का कमाल है।" शीतयुद्ध के बाद यह पहली बार है जब एक पूर्वी लड़ाकू विमान (रूस में बने मिग-21) ने पश्चिमी लड़ाकू विमान (अमेरिका में बने F-16) को मार गिराया है।
पाकिस्तान उकसावे के लिए नहीं इस्तेमाल कर सकता F-16
भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने F-16 से भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। वह इसके सबूत सौंपने को तैयार है। नियमों के मुताबिक, पाकिस्तान को ये विमान आतंक विरोधी कार्रवाई के लिए दिए गए थे। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के तहत पाकिस्तान इन विमानों का उकसावे वाली कार्रवाई में इस्तेमाल नहीं कर सकता। इस बारे में बताते हुए अभिजीत ने कहा कि पाकिस्तान केवल आत्मरक्षा के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता है।
अमेरिका की प्रतिक्रिया क्या होगी?
अभिजीत से जब पूछा गया कि अमेरिका इसके लिए पाकिस्तान के खिलाफ क्या कार्रवाई कर सकता है? इसके जवाब में अभिजीत ने कहा, "पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि उन्होंने इस कार्रवाई में F-16 का इस्तेमाल नहीं किया।" उन्होंने कहा कि अमेरिका सवाल उठा सकता है कि मेजर जनरल गफूर ने झूठ क्यों बोला। अभिजीत ने कहा कि इससे ज्यादा फर्क भी नहीं पड़ने वाला है क्योंकि अमेरिका अब पाकिस्तान को हथियार और पैसे देना बंद कर चुका है।
'मिराज भारत का सबसे बेहतर विमान'
अभीजीत ने कहा कि सुखोई की तुलना में मिराज बेहतर लड़ाकू विमान है। उन्होंने कहा कि मिराज हमेशा से F-16 से उन्नत रहा है। F-16 पाकिस्तान का और मिराज भारत का सबसे बेहतर लड़ाकू विमान है। मिराज और F-16 में हमेशा मिराज जीता है।
आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा भारत
अभिजीत ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच आए तनाव के चलते जैश-ए-मोहम्मद से ध्यान हट रहा है। अभिजीत ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद एक तरफ है, लेकिन इससे बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान हमेशा से आतंकवाद को मदद देता आया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह बात समझ आ गई है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत को आतंक के खिलाफ लड़ाई में रोकेगा नहीं।
'आतंकवाद की सहायता कर रहा पाकिस्तान'
भारत ने असैन्य कार्रवाई करते हुए आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जबकि पाकिस्तान ने भारतीय सेना के परिसरों पर हमला किया। इस पर अभिजीत ने कहा, "हमने असैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। भारत ने पाकिस्तानी सेना और नागरिकों पर हमला नहीं किया। पाकिस्तान द्वारा भारत में घुसकर गिराए गए बम इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान आतंकियों का सहायक बनकर उनकी मदद कर रहा है।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की यह कार्रवाई खुलेआम युद्ध भड़काने वाली कार्रवाई थी।
'आतंक के खिलाफ कार्रवाई को तैयार नहीं पाकिस्तान'
पाकिस्तान द्वारा बातचीत की पेशकश पर अभिजीत ने कहा, "भारत सरकार को कुछ नहीं करना चाहिए। जब पाकिस्तान बातचीत की बात करता है तो वे किस बारे में बातचीत करना चाहते हैं? क्या वे आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार हैं? आप सिर्फ बातचीत के लिए बात नहीं कर सकते।" उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को बिना कुछ किए सबकुछ चाहिए। वह शांति के लिए कश्मीर की मांग कर रहा है।"