सामने आई जैश के ठिकानों की तस्वीरें, तबाह होने से पहले ऐसा था जैश का कैंप
भारत ने पुलवामा हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंपों को तबाह कर दिया है। भारतीय वायुसेना के विमानों ने मंगलवार की सुबह जैश के इन ठिकानों पर भारी मात्रा में बमबारी कर इन्हें तहस-नहस कर दिया। बता दें, पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी। अब जैश के ठिकाने की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। ये वायुसेना की कार्रवाई से पहले की तस्वीरें हैं।
जैश के कैंप की तस्वीरें
समाचार एजेंसी ANI ने कुछ तस्वीरें जारी की है। नीचे दी गई तस्वीर में जैश का कैंप नजर आ रहा है। भारतीय वायुसेना ने अपनी कार्रवाई में इस कैंप को तबाह कर दिया है। जानकारी के अनुसार इस कार्रवाई में 200-300 आतंकी मारे गए हैं।
जैश का कैंप
वायुसेना ने उड़ाया हथियारों का डिपो
समाचार एजेंसी ANI ने खुफिया सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि मिराज विमानों ने बालाकोट स्थित जैश का हथियारों का डिपो भी उड़ा दिया है। इस डिपो में 200 से ज्यादा राइफल्स, ढेर सारे हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक और डेटोनेटर रखे हुए थे। भारतीय वायुसेना ने इस डिपो को निशाना बनाकर इसे नेस्तनाबूद कर दिया है। बता दें, पुलवामा हमले से अगले दिन ही भारतीय वायुसेना ने इसका बदला लेने की योजना तैयार कर ली थी।
ऐसा दिखता था जैश का हथियारों का डिपो
कैंप में बने थे अमेरिका और इजरायल के झंडे
भारतीय वायुसेना ने जिन कैंपों को तबाह किया है उनमें सीढियों पर अमेरिका, इंग्लैंड और इजरायल के झंडे बनाए गए थे। यानी आतंकी आने-जाने के लिए इन देशों के झंडे बनी सीढ़ियों को इस्तेमाल करते थे।
सीढ़ियों पर बने झंडे
मिराज विमानों ने भरी थी ग्वालियर से उड़ान
वायुसेना के 12 मिराज 2000 विमानों ने इस एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इनके साथ भठिंडा से 'अर्ली-वार्निंग' जेट और आगरा से 'मिड-एयर रिफ्यूलिंग' जेट ने उड़ान भरी। लेजर गाइडेड बमों से लैस इन विमानों ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी। यह स्ट्राइक मंगलवार की सुबह लगभग 03:20 बजे शुरू हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन विमानों ने महज दो मिनट के अंदर ऑपरेशन को अंजाम देकर भारतीय सीमा में वापसी कर ली थी।
पुलवामा हमले से अगले दिन बनी एयर स्ट्राइक की योजना
पुलवामा हमले से अगले दिन यानी 15 फरवरी को भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने सरकार के सामने आतंकी ठिकानों को वायुसेना के विमानों से निशाना बनाने की योजना पेश की। सरकार ने इस योजना को हरी झंडी दिखा दी। इससे अगले दिन 16 फरवरी को वायुसेना ने भारतीय सेना के साथ मिलकर नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सर्विलांस अभियान चलाया। 20-22 फरवरी के बीच सेना और वायुसेना ने नियंत्रण रेखा के पास सर्विलांस अभियान चलाया।