
पंजाब और हरियाणा में बाढ़ से 500 से ज्यादा गांव डूबे, 55 लोगों की मौत
क्या है खबर?
दिल्ली से सटे पंजाब और हरियाणा में भी भारी बारिश और बाढ़ से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। दोनों राज्यों में अब तक 55 लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
केवल पंजाब में ही बाढ़ से 2.40 लाख हेक्टेयर फसल डूब गई है और 23,000 लोगों को घर छोड़ना पड़ा है।
हरियाणा के कम से कम 10 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें से करीब 43,833 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
गांव
518 गांव अभी भी बाढ़ की चपेट में
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा में 403 और पंजाब में 115 गांव अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। हरियाणा के 1,385 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। हरियाणा में बारिश व बाढ़ के कारण 26 की मौत हो चुकी है और 3 लापता हैं।
पंजाब में भी 29 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ से पटियाला, मोगा, लुधियाना, मोहाली, जालंधर, संगरूर, पठानकोट, तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर और एसबीएस नगर सहित पंजाब के 14 जिले प्रभावित हुए हैं।
नदी
घग्गर नदी उफान पर, कई जगह दरारें आई
दोनों ही राज्यों में घग्गर नदी उफान पर चल रही है। हरियाणा के सिरसा में नदी 4 जगहों से टूट गई है।
मीरपुर, खैरेकां, पनिहारी और बुर्जकर्मगढ़ के बीच और नेजाडला कलां के पास से छोटे बांध टूटने की खबर है।
पंजाब में भी घग्गर नदी में कई जगहों पर दरार आ गई है। बुढलाडा में चांदपुरा बांध और सरदुलगढ़ क्षेत्र के रोरकी गांव के पास नदी में दरार आ गई है।
फसव
फसलों को भारी नुकसान
पंजाब में घग्गर नदी में 2 जगहों पर दरार के कारण 6 गांवों के खेतों में पानी भरा गया है। पूरे राज्य में 2.40 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है।
हरियाणा में भी 1.61 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल जलमग्न हो चुकी हैं।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के नुकसान की भरपाई की जाएगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सरकार नुकसान के आंकलन के लिए विशेष सर्वे कराएगी।
शिविर
राहत शिविरों में रह रहे सैकड़ों लोग
हरियाणा में अब तक 12 राहत शिविर खोले हैं, जिनमें 1,819 लोगों को रखा गया है। सरकार ने 12,887 भोजन पैकेट बाढ़ प्रभावितों को बांटे हैं।
दूसरी ओर पंजाब में इस समय 359 बचाव टीमें काम कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 263 राहत शिविर खोले गए हैं। सबसे ज्यादा 56 राहत कैंप जालंधर जिले में हैं। पटियाला में 52,000 और रूपनगर में 20,030 भोजन पैकेट बांटे गए हैं।