#NewsBytesExplainer: RSS की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा क्या है और क्या काम करती है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की साल में एक बार होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) की बैठक आज से हरियाणा के समालखा में शुरू होगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत से लेकर देशभर के कार्यकर्ता और अधिकारी बैठक में हिस्सा लेते हैं। तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक में संघ की भविष्य की योजनाओं पर चर्चा होगी। आखिर संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में क्या होता है और ये इतनी जरूरी क्यों है? जानते हैं।
क्या है प्रतिनिधि सभा?
RSS की साल में एक बार होने वाली बैठक को अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा कहा जाता है। इस बैठक में पिछले साल की सभी गतिविधियों की समीक्षा की जाती है और आने वाले साल के लिए कार्ययोजना तैयार की जाती है। आमतौर पर प्रतिनिधि सभा की बैठक तीन दिन तक चलती है और ये हर साल मार्च के दूसरे या तीसरे रविवार को आयोजित की जाती है। इस बार ये हरियाणा में आयोजित की जा रही है।
क्या काम करती है प्रतिनिधि सभा?
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा RSS के सभी बड़े फैसले लेती है। इस बैठक में संघ के ट्रेनिंग कैंप की योजना बनती है। इन ट्रेनिंग कैंप को संघ शिक्षा वर्ग कहा जाता है। देशभर में तीन स्तर के ट्रेनिंग कैंप लगते हैं, जो आमतौर पर गर्मियों के महीने मई-जून में अलग-अलग जगहों पर लगाए जाते हैं। संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष तो अलग-अलग प्रांतो में लगते हैं, लेकिन तृतीय वर्ष RSS के मुख्यालय नागपुर में लगता है।
प्रतिनिधि सभा में कौन-कौन शामिल होता है?
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में संघ के देशभर के 1,400 प्रतिनिधि शामिल होते हैं। लगभग देश के हर जिले का प्रतिनिधित्व इसमें होता है। बैठक में ज्यादातर सक्रिय स्वयंसेवक शामिल होते हैं। इस बैठक में करीब 50 सक्रिय स्वयंसेवकों का प्रतिनिधित्व एक प्रांत प्रतिनिधि करता है। हर 20 प्रांत प्रतिनिधियों का नेतृत्व एक अखिल भारतीय प्रतिनिधि करता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी, क्षेत्रीय कार्यकारिणी और प्रांत कार्यकारिणी, प्रतिनिधि सभा के निर्वाचित सदस्य और सभी विभाग प्रचारक भी शामिल होते हैं।
BJP और ABVP के प्रतिनिधि भी होते हैं शामिल
RSS के कई आनुषंगिक संगठन भी हैं, जैसे भारतीय जनता पार्टी (BJP), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और विश्व हिन्दू परिषद (VHP)। बैठक में इन संगठनों के भी कार्यकर्ता शामिल होते हैं। उदाहरण के लिए प्रतिनिधि सभा की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महासचिव बीएल संतोष भी शामिल हो सकते हैं। VHP के भी करीब 40 प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इसके अलावा प्रतिनिधि सभा की बैठक में RSS के पूर्व प्रांत प्रचारकों को भी बुलाया जाता है।
बैठक में किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?
संघ की स्थापना को 100 साल पूरे होने वाले हैं। 1925 में विजयादशमी के दिन संघ की स्थापना हुई थी। अगले साल इसका शताब्दी वर्ष है। ऐसे में ये बैठक का प्रमुख मुद्दा हो सकता है। पिछले साल गुजरात के कर्णावती में हुई प्रतिनिधि सभा की बैठक में भी 2025 तक देशभर में एक लाख शाखाओं का लक्ष्य रखा गया था। इस साल भी शताब्दी वर्ष की तैयारी और विस्तार की योजना को लेकर चर्चा हो सकती है।
आगामी चुनावों पर भी होगा फोकस
रिपोर्ट्स के अनुसार, संघ की बैठक में पंजाब में खालिस्तान आंदोलन, रोजगार सृजन, रामचरितमानस विवाद, संघ परिवार में महिलाओं की बढ़ती भूमिका, जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इस साल कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव भी होंगे। इसे देखते हुए राजनीतिक नजरिए से भी बैठक महत्वपूर्ण है। बैठक में देश के मौजूदा हालात पर भी चर्चा होगी और कई अहम प्रस्ताव पारित होंगे।
कहां होती है अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक?
साल 1988 से पहले तक अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक केवल संघ के मुख्यालय नागपुर में ही आयोजित की जाती थी। हालांकि, 1988 में इसे पहली बार नागपुर से बाहर गुजरात के राजकोट में आयोजित किया गया। इसके बाद से देशभर में अलग-अलग स्थानों पर संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक आयोजित की जाती है। 2022 में प्रतिनिधि सभा की बैठक गुजरात के कर्णावती में आयोजित की गई थी।
कितना बड़ा है RSS?
संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने पिछले साल कर्णावती में प्रतिनिधि सभा की बैठक में बताया था कि संघ का काम अब देश में 38,000 से अधिक स्थानों पर 60,929 शाखाओं तक पहुंच गया है। इन दैनिक शाखाओं के अलावा साप्ताहिक मिलन या संघ मंडली (सम्मेलन) भी होते हैं। इसके अलावा RSS के अलग-अलग संगठन जैसे भाजपा, VHP, भारतीय मजदूर संघ (BMS), भारतीय किसान संघ (BKS) भी काम कर रहे हैं।