देश में 18 अक्टूबर से पूरी क्षमता से हो सकेगा घरेलू उड़ानों का संचालन
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। सक्रिय मामलों की संख्या में भी प्रतिदिन गिरावट आ रही है।
इसको देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को एयरलाइन कंपनियों को बड़ी राहत दी है।
मंत्रालय ने आगामी 18 अक्टूबर से सभी घरेलू उड़ानों का संचालन पूरी क्षमता के साथ करने की अनुमति दे दी है। अब तक सभी एयरलाइंस कंपनियां 85 प्रतिशत क्षमता के साथ उड़ानों का संचालन कर रही थी।
आदेश
मंत्रालय की ओर से जारी किया गया यह आदेश
इंडिया टुडे के अनुसार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, "घरेलू परिचालन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद और हवाई यात्रा के लिए बढ़ती यात्री मांग को देखते हुए आगामी 18 अक्टूबर से सभी घरेलू उड़ानों का पूरी क्षमता के साथ संचालन करने का निर्णय किया गया है।"
आदेश में आगे कहा गया है, "18 अक्टूबर के बाद घरेलू उड़ानों पर क्षमता को लेकर किसी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी।"
बाध्यता
एयरलाइन कंपनियों को कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से करना होगा पालन
मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, "एयरलाइन कंपनियों और हवाई अड्डा प्राधिकरण को कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी प्रकार के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालना करना होगा। इनमें मास्क, सोशल डिस्टेंंसिंग और सैनिटाइजर का इस्तेमाल प्रमुख है।"
आदेश में आगे कहा गया है, "कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महामारी से बचाव के लिए प्रोटोकॉल का पालन बेहद जरूरी है।"
पृष्ठभूमि
यात्री क्षमता पर मई 2020 में लगाई गई थी पाबंदी
बता दें कि सरकार ने कोरोना महामारी की शुरुआत के दौरान मार्च में लागू किए गए पहले लॉकडाउन से पहले सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन बंद कर दिया था।
इसके बाद जून में अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान घरेलू उड़ानों का फिर से संचालन शुरू किया गया था, लेकिन उस दौरान महामारी की स्थित को देखते हुए यात्रियों की संख्या पर पाबंदी लगाई गई थी। उसके बाद से धीरे-धीरे क्षमता में इजाफा किया जा रहा था।
राहत
इस तरह से बढ़ाई गई थी यात्रियों की क्षमता
बता दें कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 1 जून, 2020 से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू किया था। इसके बाद 5 जुलाई को इस क्षमता को बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया था।
बाद में यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए दिसंबर में इसे 72 प्रतिशत और फिर कुछ समय बाद 85 प्रतिशत कर दिया था। पिछले काफी समय से संक्रमण के मामलों में कमी आने पर अब पाबंदी को हटा दिया गया है।