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सरकार ने दुर्घटना और हिंसा पर टीवी चैनलों की कवरेज को बताया खराब, एडवाइजरी जारी की
केंद्र सरकार ने ऋषभ पंत के एक्सीडेंट की रिपोर्टिंग पर भी उठाए सवाल

सरकार ने दुर्घटना और हिंसा पर टीवी चैनलों की कवरेज को बताया खराब, एडवाइजरी जारी की

Jan 09, 2023
06:08 pm

क्या है खबर?

केंद्र सरकार ने सोमवार को दुर्घटना, मौत और हिंसा के मामलों में टीवी चैनलों की कवरेज को अप्रिय और हृदय विदारक बताया और उन्हें इससे संबंधित एडवाइजरी जारी की। सूचना एवं प्रसारण (IB) मंत्रालय ने अपनी इस एडवाइजरी में 12 ऐसी घटनाओं का जिक्र किया है, जिनमें चैनलों की रिपोर्टिंग तय मानकों के अनुसार नहीं रही और हिंसक और खून की तस्वीरें और वीडियो दिखाए गए। इनमें क्रिकेटर ऋषभ पंत के कार एक्सीडेंट की घटना भी शामिल है।

एडवाइजरी

टीवी चैनलों ने कवरेज में शालीनता से समझौता किया- मंत्रालय

अपने बयान में IB मंत्रालय ने कहा कि टीवी चैनलों ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के खिलाफ हिंसा समेत दुर्घटना, मौत और हिंसा के मामलों में ऐसी रिपोर्टिंग की, जिसमें शालीनता से समझौता किया गया। उसने कहा कि टीवी चैनलों ने मृतकों के शव और घायलों की तस्वीरें दिखाईं जिनमें खून बिखरा हुआ था, लोगों की पिटाई को करीब से दिखाया और शिक्षक द्वारा पीेटे जा रहे बच्चे की चीखों को बार-बार दिखाकर और भयंकर बना दिया।

एडवाइजरी

परेशान करने वाली थी रिपोर्टिंग- मंत्रालय

मंत्रालय ने कहा कि टीवी चैनलों ने तस्वीरों को धुंधला करने और उन्हें दूर से दिखाने की सावधानी भी नहीं उठाई और ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग दर्शकों के लिए बेस्वाद और परेशान करने वाली थी। मंत्रालय ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट्स का बच्चों पर गंभीर मनोवैज्ञानिक असर हो सकता है। उसने इसे निजता के उल्लंघन से भी जोड़ा, जो अपमानजनक हो सकता है। मंत्रालय ने कहा कि सोशल मीडिया से वीडियो लेकर उन्हें ऐसे ही चला दिया जाता है।

मामले

मंत्रालय ने दिए 12 उदाहरण, जहां खराब रही रिपोर्टिंग

मंत्रालय ने अपने बयान में 12 ऐसी घटनाओं के उदाहरण दिए, जहां रिपोर्टिंग खराब रही। इनमें 30 दिसंबर को दुर्घटना में घायल हुए एक क्रिकेटर (ऋषभ पंत) की परेशान करने वाली तस्वीरें और वीडियो धुंधली किए बिना दिखाने की घटना भी शामिल है। इसके अलावा इनमें एक व्यक्ति के पीड़ित का शव घसीटने, शिक्षक के पांच साल के बच्चे को बेहोश होने तक पीटने और पंजाबी गायक के शव की तस्वीरें बिना धुंधली किए दिखाने की घटनाएं भी शामिल हैं।

अन्य घटनाएं

इन घटनाओं की रिपोर्टिंग पर भी मंत्रालय ने उठाए सवाल

अन्य घटनाएं जिन पर मंत्रालय ने सवाल उठाए, उनमें असम में दो नाबालिग बच्चों को बुरी तरह से पीटते शख्स की वीडियो, कर्नाटक में पड़ोसी के महिला वकील को पीटने की वीडियो, तमिलनाडु में एक शख्स के अपनी ही बहन को मौत के घाट उतारने की वीडियो, एक शख्स को पेड़ से उल्टा लटका कर पीटने की वीडियो, एक्सीडेंट में मरे पांच लोगों की तस्वीरें, केरल में एक शख्स के 84 वर्षीय मां को पीटने की वीडियो आदि शामिल हैं।

सलाह

मंत्रालय ने सभी निजी टीवी चैनलों को दी रिपोर्टिंग सुधारने की सलाह

मंत्रालय ने कहा कि ऐसे प्रसारणों पर सवाल उठाते हुए, जनहित को देखते हुए और टीवी चैनलों के दर्शकों को मद्देनजर रखते हुए उसने सभी निजी टीवी चैनलों को अपराध, दुर्घटना और हिंसा के मामलों में अपनी रिपोर्टिंग सुधारने की सख्त सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग, सभी उम्र के लोग टीवी देखते हैं, इसलिए टीवी चैनलों को जिम्मेदारी और अनुशासन दिखाना चाहिए और प्रोग्रामिंग कोड और एडवरटाइजिंग कोड का पालन करना चाहिए।