कांग्रेस पर बरसे प्रधानमंत्री मोदी, बोले- संसद नहीं चलने दे रही है सबसे पुरानी पार्टी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भाजपा संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी संसद को चलने नहीं दे रही है। उन्होंने कांग्रेस पर गतिरोध को हल करन के प्रयासों को जानबूझकर ठुकराने का आरोप भी लगाया।
प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी के सांसदों को कांग्रेस और अन्य कुछ विपक्षी पार्टियों के इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार को मीडिया और जनता के सामने रखने को कहा।
बयान
कांग्रेस ने अन्य पार्टियों को भी कोविड पर हुई बैठक में आने से रोका- प्रधानमंत्री
भाजपा संसदीय दल को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब पिछले हफ्ते कोविड-19 पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, तब न केवल कांग्रेस ने खुद इस बैठक का बहिष्कार किया, बल्कि अन्य पार्टियों को भी बैठक में आने से रोका।
कांग्रेस के इस व्यवहार के लिए प्रधानमंत्री मोदी पिछले एक हफ्ते में कई बार उस पर हमला बोल चुके हैं और उन्होंने कांग्रेस की हरकतों को गैरजिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
हंगामा
मानसून सत्र में नहीं हुआ कोई भी काम
बता दें कि 19 जुलाई को संसद का मानसूस सत्र शुरू होने के बाद से ही विपक्ष रोजाना कई मुद्दों को लेकर संसद में हंगामा कर रहा है और इस कारण दोनों सदनों में कोई भी काम नहीं हो पाया है।
पहले ही दिन विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा में उनकी भाषण पूरा करने नहीं दिया था और वे अपने नए मंत्रियों का परिचय भी नहीं दे पाए थे।
पेगासस जासूसी कांड
पेगासस जासूसी कांड को लेकर सबसे ज्यादा हंगामा कर रहा विपक्ष
विपक्ष सबसे ज्यादा हंगामा पेगासस जासूसी कांड को लेकर कर रहा है। विपक्ष चाहता है कि इस मुद्दे पर सदन में बहस हो और मामले में न्यायिक जांच की जाए। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तो मामले में गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा भी मांगा है।
सरकार ने अभी तक मामले पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है और वह इसे भारत को बदनाम करने की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश बताती रही है।
जानकारी
TMC सांसद ने फाड़ दिया था IT मंत्री का भाषण
सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मामले में लोकसभा और राज्यसभा में जवाब भी दिया था। हालांकि राज्यसभा में वो अपना भाषण पूरा नहीं कर पाए थे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद शांतनु सेन ने उनका भाषण छीनकर फाड़ दिया था।
मामला
क्या है पेगासस जासूसी कांड?
इसी महीने सामने आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इजरायली कंपनी NSO ग्रुप के स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर कई देशों के पत्रकारों, नेताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और चर्चित हस्तियों की फोन के जरिये जासूसी की गई या इसकी कोशिश की गई।
इन लोगों में राहुल गांधी और प्रशांत किशोर समेत विपक्ष के कई नेता, मोदी सरकार के दो मंत्री, कई संवैधानिक अधिकारी और पत्रकार, अनिल अंबानी और CBI के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा समेत कई नाम शामिल थे।