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दिल्लीवासियों को बड़ी राहत, पेट्रोल की कीमत में 8 रुपये प्रति लीटर की कटौती
दिल्लीवासियों को बड़ी राहत, पेट्रोल की कीमत में 8 रुपये प्रति लीटर की कमी

दिल्लीवासियों को बड़ी राहत, पेट्रोल की कीमत में 8 रुपये प्रति लीटर की कटौती

Dec 01, 2021
12:30 pm

क्या है खबर?

महंगाई से जूझ रहे राजधानी के लोगों को थोड़ी राहत मिली है। दिल्ली सरकार ने बुधवार को पेट्रोल पर लगने वाले वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) को 30 प्रतिशत से कम कर 19.40 प्रतिशत करने का फैसला लिया है। इससे दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 8 रुपये प्रति लीटर सस्ती हो गई है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू हो जाएगी। बता दें कि पिछले महीने केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाया था।

पेट्रोल के दाम

बाकी मेट्रो शहर की तुलना में सबसे सस्ता हुआ पेट्रोल

कीमतों में कमी के बाद दिल्ली एकमात्र मेट्रो शहर हो जाएगा, जहां पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से कम होगी। आज आधी रात के बाद से यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 95.97 रुपये प्रति लीटर होगी। वहीं मुंबई, चेन्नई और कोलकाता की बात करें तो यहां पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से महंगा बिक रहा है। मुंबई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 109.98 रुपये, कोलकाता में 104.67 रुपये और चेन्नई में 101.40 रुपये है।

पेट्रोल

कई राज्यों में पहले ही कम हो चुके थे दाम

बीते महीने दिवाली से ठीक पहले केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क कम कर दिया था। दामों में कमी लाने के लिए राज्यों से भी VAT कम करने को कहा गया था। इसके बाद कई राज्यों की सरकारों ने VAT पर अतिरिक्त कटौती की थी, जिसके चलते पेट्रोल की कीमतें 12 से 17 रुपये प्रति लीटर कम हो गई थी और लोगों को बड़ी राहत मिली थी।

जानकारी

दिल्ली सरकार पर बढ़ रहा था दबाव

अन्य राज्यों द्वारा कीमतें कम करने के बाद दिल्ली सरकार पर दबाव बढ़ रहा था। कांग्रेस और भाजपा समेत विपक्षी पार्टियां लगातार दाम कम करने की मांग कर रही थी, जिसके बाद आखिरकार बुधवार को पेट्रोल की कीमत घटाई गई है।

महंगाई

कई शहरों में 100 से पार पहुंची थी पेट्रोल की कीमत

इस साल की शुुरुआत से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी इजाफा देखने को मिल रहा था। कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें पहली बार 100 रुपये प्रति लीटर से पार पहुंच गई थी। लोगों की मांग को देखते हुए केंद्र ने दिवाली से पहले उत्पाद शुल्क कम करने का फैसला किया था, जिससे दामों की रफ्तार पर लगाम लगी। उस कटौती के बाद से तेल कंपनियों ने भी कीमतों में बदलाव नहीं किया है।