दिल्ली कोचिंग हादसा: पुलिस जांच में क्या सामने आया और MCD ने क्या कार्रवाई की?
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राऊ के IAS स्टडी सर्किल कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुई 3 सिविल सेवा परीक्षा उम्मीदवारों की मौत के मामले में पुलिस जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई है। दरअसल, कोचिंग का बेसमेंट में अवैध रूप से संचालन हो रहा था और उसमें पानी निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। इसी तरह दिल्ली नगर निगम (MCD) ने भी बेसमेंट में चल रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया।
पुलिस जांच में क्या निकला हादसे का कारण?
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने PTI को बताया कि अब तक की जांच में घटना के दो मुख्य कारण सामने आए हैं। पहला कारण मानसून की शुरुआत से पहले MCD अधिकारियों के सड़क किनारे के नालों की सफाई करने में विफल रहना है और दूसरा कारण बेसमेंट में पानी निकासी की कोई सुविधा न होना रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के वास्तविक कारणों की जांच के लिए कई टीमों का गठन भी किया गया है।
बेसमेंट में कैसे घुसा पानी?
पुलिस ने कोचिंग के सामने वाली दुकानों पर लगे CCTV की फुटेज की जांच की तो उसमें चौंकाने वाली चीज सामने आई है। दरअसल, बारिश से कोचिंग के बाहर सड़क पर ढाई फीट पानी भर गया था। उस दौरान एक तेज रफ्तार SUV कार के वहां से गुजरने से पानी की एक तेज लहर कोचिंग के प्रवेश द्वारा पर लगी स्टील की चद्दर से टकराई और वह टूट गई। उसके बाद सड़क का पानी तेजी से बेसमेंट में भर गया।
पुलिस ने अब तक क्या की कार्रवाई?
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में कोचिंक सेंटर मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशराज सिंह को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) और 290 (इमारतों को गिराने, मरम्मत करने या निर्माण करने के संबंध में लापरवाही) के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को रविवार शाम को न्यायालय में पेश किया गया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
MCD अधिकारियों को नोटिस भेजेगी दिल्ली पुलिस
अब मामले में दिल्ली पुलिस MCD के अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी। इलाके में जल निकास सिस्टम ठीक करने की जिम्मेदारी जिस अधिकारी की है, अब उसी से पूछताछ की जाएगी। इसके लिए MCD को नोटिस जारी कर जांच में सहयोग करने को कहा जाएगा।
MCD ने मामले में अब तक क्या कार्रवाई की?
MCD की जांच में सामने आया है कि बेसमेंट में कोचिंग का अवैध रूप से संचालन हो रहा था, जबकि उस जगह पार्किंग की अनुमति ली गई थी। इसके बाद देर शाम MCD अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए बेसमेंट में चल रहे 13 कोचिंग सेंटर्स को सील कर दिया। इनमें IAS गुरुकुल, चहल अकादमी, प्लूटस अकादमी, साईं ट्रेडिंग, IAS सेतु, टॉपर्स अकादमी, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली, करियर पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस और ईजी फॉर IAS शामिल हैं।
मामले पर हो रही बड़ी राजनीति
इस हादसे ने राजनीतिक रूप भी ले लिया। कांग्रेस और भाजपा नेता घटना के लिए पूरी तरह से आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और जल मंत्री आतिशी से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। दोनों दलों के नेताओं ने दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली अग्निशमन सेवा और MCD के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाई की मांग की है। इस बीच मंत्री आतिशी ने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाइ्र करने का आश्वासन दिया है।
कैसे हुआ कोचिंग में हादसा?
27 जुलाई की शाम को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउ कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में भारी बारिश के बाद पानी घर गया था। इस वजह से करीब 35 छात्र फंस गए थे, जिनमें से अधिकतर को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन 3 को नहीं बचाया जा सका। मृतकों की पहचान नेविन डाल्विन, तान्या सोनी और श्रेया यादव के तौर पर हुई है। नेविन केरल, श्रेया उत्तर प्रदेश और तान्या तेलंगाना की रहने वाली थीं।