दक्षिण पूर्व एशिया में तूफान यागी का कहर, भारत ने मदद के लिए चलाया 'ऑपरेशन सद्भाव'
दक्षिण चीन सागर में उठे भयानक तूफान यागी ने दक्षिण पूर्व एशिया में जमकर जबाही मचाई है। इस तूफान के कारण अब तक फिलीपींस, वियतनाम, थाईलैंड और म्यांमार में 350 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच भारत सरकार ने प्रभावित देशों की मदद से लिए सोमवार से 'ऑपरेशन सद्भाव' शुरू कर दिया है। इसके तहत प्रभावित देशों को आर्थिक मदद और सहायता राशि पहुंचाई जा रही है।
क्या है तूफान यागी?
तूफान यागी दक्षिण चीन सागर में उठा है। इसे इस साल दुनिया का दूसरा सबसे शक्तिशाली तूफान करार दिया गया है। यह सबसे पहले 6 सितंबर को दक्षिण चीट से टकराया था, जहां इसने भारी तबाही मचाई थी। उसके बाद यह पश्चिम की ओर बढ़ते हुए फिलीपींस, वियतनाम, थाईलैंड और म्यांमार पहुंचा। इन देशों में भारी बारिश और तूफान के कारण अब तक 350 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और भारी मात्रा में आर्थिक नुकसान हुआ है।
भारत ने 'ऑपरेशन सद्भाव' के तहत क्या की मदद?
भारत ने प्रभावित देशों की मदद के लिए 'ऑपरेशन सद्भाव' चलाते हुए वियतनाम को 10 लाख डॉलर (8.40 करोड़ रुपये) और लाओस को 1 लाख डॉलर (84 लाख रुपये) की मानवीय राहत सहायता भेजी है। इसी तरह भारतीय वायुसेना के सी-17 सैन्य परिवहन विमान से लाओस में 10 टन राहत सामग्री पहुंचाई, जबकि वियतनाम को 35 टन राहत सामग्री भेजी जा रही है। इसके अलावा म्यांमार में भी राहत सामग्री पहुंचाने की तैयारियां की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त की सवंदेना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियतनाम में तूफान आने के तुरंत बाद वहां के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह को अपनी संवेदनाएं और एकजुटता व्यक्त की थी। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच स्थायी घनिष्ठ संबंधों का हवाला देते हुए मानवीय सहायता भेजने का भी भरोसा दिलाया था। इसी तरह विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी वियतनाम के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री बुई थान सोन से बात कर तूफान से हुए नुकसान के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं।
भारत ने की म्यांमार में 'हद्र' ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी
भारतीय नौसेना ने म्यांमार के यांगून में हद्र (HADR) ऑपरेशन शुरू करने के लिए अपनी तीव्र तैयारियां शुरू कर दी हैं। पूर्वी नौसेना कमान ने यांगून में ऑपरेशन के लिए विशाखापत्तनम से भारतीय नौसेना के युद्धपोत पर पीने के पानी, राशन और दवाओं सहित HADR पैलेटों की रातों-रात लोडिंग सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। म्यांमार सरकार के अनुसार, तूफान में 74 लोगों की मौत हुई है और 89 लोग लापता हैं। इसी तरह 2.40 लोग विस्थापित हुए हैं।
अकेले वियतनाम में हुई 226 से अधिक मौतें
वियतनाम सरकार के अनुसार, 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक देने वाले तूफान, बारिश और भूस्खलन से अब तक 226 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। देशभर में फैक्ट्रियों और अन्य बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। उत्तरी वियतनाम में अचानक आई बाढ़ से पूरा गांव बह गया, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई। लाओ कै प्रांत में बाढ़ के कारण 35 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सरकारों ने लोगों को दी सतर्क रहने की चेतावनी
थाईलैंड के उत्तरी चियांग राय प्रांत में भयंकर बाढ़ की खबर है। नदी किनारे के कई गांव जलमग्न हो गए हैं, जिससे बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। तीन देशों के अधिकारियों ने निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है, क्योंकि मौसम पूर्वानुमान में भारी बारिश जारी रहने की भविष्यवाणी की गई है। आपातकालीन टीमें हाई अलर्ट पर हैं और सरकार तेजी से बचाव अभियान सुनिश्चित करने के लिए प्रयासों का समन्वय कर रही है।