कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच संक्रमण दर में इजाफा बढा रहा चिंता

कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच देश में संक्रमण दर (R) बढ़ रही है। 14-17 अगस्त के बीच जहां यह 0.89 थी, वहीं अगस्त के आखिरी सप्ताह में यह बढ़कर 1.17 हो गई है। इसका मतलब यह है कि अब एक संक्रमित व्यक्ति अपने संपर्क में आए एक से अधिक लोगों तक संक्रमण पहुंचा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 0.6 या उससे कम की R वैल्यू को सुरक्षित माना जाता है।
चेन्नई स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेस के शोधकर्ता देश में R वैल्यू पर नजर रखते हैं। इस टीम का नेतृत्व करने वाले सीताभ्रा सिन्हा ने बताया, "देश में R वैल्यू 1 से ज्यादा बनी हुई है। केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों का इसमें सबसे ज्यादा योगदान है। वहीं मिजोरम और जम्मू-कश्मीर में भी इसमें इजाफा देखा गया है।" जानकारी के लिए बता दें कि 1 से अधिक की R वैल्यू महामारी के तेजी से प्रसार को दर्शाती है।
भारत में कोरोना वायरस की संक्रमण दर फिलहाल 1.17 बनी हुई है। इसका मतलब है कि 100 संक्रमित लोग अपने संपर्क में आने वाले 117 लोगों तक वायरस पहुंचा रहे हैं। इसमें हर हफ्ते बदलाव आता रहता है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, फिलहाल मिजोरम में संक्रमण दर सबसे ज्यादा 1.36 है। इसके बाद केरल का नंबर आता है, जहां यह 1.33, जम्मू-कश्मीर में 1.25, आंध्र प्रदेश में 1.09 और महाराष्ट्र में 1.06 बनी हुई है।
मार्च-अप्रैल में जब महामारी की दूसरी लहर कहर मचा रही थी, तब देश में संक्रमण दर 1.37 (9 मार्च से 21 अप्रैल) बनी हुई थी। मई मध्य में यह कम होकर 0.78 हो गई थी, तब देश में दैनिक मामलों में गिरावट आना शुरू हुई थी। हालांकि, संक्रमण दर में गिरावट थोड़े ही समय रही और जून के आखिरी सप्ताह में यह बढ़कर 0.88 और जुलाई के अंत में और बढ़कर 0.96 हो गई थी।
दूसरी लहर का पीक पार होने के बाद 27 जुलाई से 31 जुलाई के बीच संक्रमण दर फिर बढ़कर एक से पार हो गई थी। अगस्त में इसमें मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया और अब यह 1.17 पर पहुंच गई है।
केरल में कई दिनों से हालात बेहद खराब बने हुए हैं और रोजाना 30,000 के आसपास मामले दर्ज हो रहे हैं। संक्रमण की रफ्तार पर काबू पाने के लिए सरकार ने नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियों का सहारा लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि केरल में लॉकडाउन की एकमात्र विकल्प है, जिससे स्थिति पर काबू पाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार को ऊंची पॉजिटिविटी रेट वाले इलाकों में सख्त लॉकडाउन लगाना चाहिए।
देश में दो महीनों से दैनिक मामले 40,000 के आसपास बने हुए हैं और अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। ऐहतियातन इसकी तैयारी की जा रही है। हालांकि, सभी विशेषज्ञ इसे लेकर एकमत नहीं हैं।
भारत में बीते दिन कोरोना के 42,618 नए मामले सामने आए और 330 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,29,45,907 हो गई है। इनमें से 4,40,225 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या फिर से बढ़कर 4,05,681 पर पहुंच गई है। देश में कुछ हफ्तों से हालात बेहतर हुए हैं, लेकिन सरकार का कहना है कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है।