पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसरों पर छापा, उठाते रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आज 22 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर समेत 30 से अधिक स्थानों पर छापा मारा। यह मामला 2019 में जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ा में चिनाब नदी पर प्रस्तावित जलविद्युत परियोजना के लिए करीब 2,200 करोड़ रुपये के अनुबंध के आवंटन में भ्रष्टाचार से जुड़ा है। बता दें कि सत्यपाल मलिक अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाने के कारण चर्चा में रहते हैं।
क्या है मामला?
दरअसल, सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि जब वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, तब उन्हें 2 फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी। ये सरकारी कर्मचारियों के स्वास्थ्य बीमा और जलविद्युत परियोजना से संबंधित फाइलें थीं। इसके बाद 2022 में स्वास्थ्य बीमा योजना का ठेके देने में और परियोजना के निर्माण कार्य में मलिक द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर CBI ने 2 मामले दर्ज किए थे।
CBI ने किसके खिलाफ दर्ज किए थे मामले?
एजेंसी ने मामले में चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स पी लिमिटेड (CVPPL)के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी और अन्य पूर्व अधिकारियों एमएस बाबू, एमके मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बीमा से जुड़े घोटाले में अनिल अंबानी की रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी और ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड पर मामला दर्ज किया था। दोनों ही मामलों में अब तक कई बार छापे मारे जा चुके हैं।
सत्यपाल मलिक के परिसरों पर छापेमारी क्यों?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जांच के दौरान एजेंसी को संदेह हुआ कि इस मामले में मलिक भी शामिल हो सकते हैं क्योंकि इस जलविद्युत परियोजना के लिए उनके कार्यकाल के दौरान ही कागजी कार्रवाई हुई थी। बीमा वाले मामले में भी CBI ने मलिक से पूछताछ की थी, लेकिन एजेंसी का दावा है कि कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जिससे इस मामले में मलिक की भूमिका संदेह के घेरे में है। हालांकि, मलिक ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
मलिक ने छापेमारी को बताया तानाशाही
सत्यपाल मलिक ने इस छापेमारी को तानाशाही करार दिया है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट कर कहा, 'पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। इसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहे हैं। मेरे ड्राइवर, मेरे सहायक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। मैं किसानों के साथ हूं।"
सत्यपाल मलिक से जुड़े लोगों के ठिकानों पर भी हुई थी छापेमारी
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, मलिक के पूर्व मीडिया सलाहकार सौनक बाली और उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) संजय नारंग भी CBI की रडार की पर हैं। नारंग पर संदिग्धों को "गलत तरीके से कमाए गए पैसे" को ठिकाने लगाने की सलाह देने के आरोप हैं। CBI नारंग और बाली के अल्वा मलिक के कार्यकाल के दौरान राजभवन में राजनीतिक रूप से नियुक्त वीरेंद्र सिंह राणा और कंवर सिंह राणा के ठिकानों पर भी छापेमारी कर चुकी है।