
नौकरी के बदले जमीन मामला: CBI चार्जशीट में लालू और तेजस्वी यादव पर क्या आरोप हैं?
क्या है खबर?
नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में सोमवार को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दायर की।
CBI इस मामले में अक्टूबर, 2022 में भी एक चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। आइए जानते हैं कि CBI ने चार्जशीट में लालू के परिवार पर क्या आरोप लगाए हैं।
नाम
चार्जशीट में किन-किन लोगों के नाम हैं?
CBI की दूसरी चार्जशीट में लालू और राबड़ी देवी के अलावा तेजस्वी का भी नाम है। ये पहली बार हुआ है जब तेजस्वी को इस मामले में आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट में पश्चिम मध्य रेलवे के पूर्व GM महीप कुमार, पूर्व CPO मनोज पांडे और पीएल बनकर के भी नाम हैं।
दिलचंद कुमार, ज्ञानचंद राय, हजारी राय, महेश सिंह, मोहम्मद धानिफ अंसारी, शत्रुधन राय, विश्वकर्मा राय, अशोक कुमार यादव, रामबृक्ष यादव, राजनाथ सिंह और एके इंफोसिस्टम अन्य आरोपी हैं।
आरोप
चार्जशीट में किस पर क्या आरोप लगाए गए हैं?
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोप है कि लालू ने रेल मंत्री रहते हुए ग्रुप डी में भर्ती के लिए आवेदकों से जमीनें लीं। ये जमीन आवेदकों ने यादव परिवार के सदस्यों या एक निजी कंपनी को बेच दीं या उपहार में दे दीं।
इस भर्ती के लिए रेलवे ने कोई विज्ञापन भी जारी नहीं किया था। CBI को एक हार्डडिस्क भी मिली है, जिसमें जमीन के बदले नौकरी दिए जाने वाले लोगों के नाम हैं।
लालू
लालू यादव पर क्या आरोप हैं?
लालू पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी। कुछ आवेदकों के आवेदन को मात्र 3 दिन में नियुक्ति दे दी गई।
लालू परिवार पर आरोप है कि उन्होंने 5 जमीन नगद खरीदी, जबकि 2 उपहार में मिलीं। इन्हें बाजार मूल्य से एक चौथाई से भी कम कीमत पर खरीदा गया।
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान नियम-कानूनों, मानदंडों और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया गया।
तेजस्वी
तेजस्वी यादव पर क्या आरोप हैं?
CBI के मुताबिक, साल 2007 में एके इंफोसिस्टम नामक एक कंपनी ने 10.83 लाख रुपये में एक जमीन खरीदी। बाद में इस कंपनी का मालिकाना हक 1 लाख रुपये में तेजस्वी और राबड़ी देवी को सौंप दिया गया।
जिस वक्त मालिकाना हक हस्तांतरित किया गया, उस वक्त कंपनी के नाम 1.77 करोड़ रुपये की कीमत की जमीन थी। इसका मतलब 1.77 करोड़ रुपये कीमत की पूरी जमीन 1 लाख रुपये में तेजस्वी और राबड़ी देवी को हस्तांतरित कर दी गई।
सौदे
CBI ने चार्जशीट में और क्या कहा?
CBI ने घोटाले से संबंधित 7 सौदों की जानकारी भी दी है। इन सौदों में देखा गया कि पहले जमीन यादव परिवार के किसी शख्स के नाम पर की गई और फिर जमीन देने वाले के किसी संबंधी को नौकरी मिल गई।
नवंबर, 2007 में पटना की किरण देवी ने अपनी 80,905 वर्ग फुट जमीन लालू की बेटी मीसा के नाम पर कर दी। बाद में किरण के बेटे को रेलवे के मुंबई जोन में नौकरी मिल गई।
टाइमलान
मामले में कब क्या हुआ?
CBI ने इस संबंध में मई, 2022 में मामला दर्ज किया था। अक्टूबर, 2022 में दायर की गई पहली चार्जशीट में 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था।
फरवरी, 2023 में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने यादव परिवार समेत 14 लोगों को समन जारी किया था।
सभी आरोपी 15 मार्च को कोर्ट में पेश हुए थे, जहां से 50,000 रुपये के मुचलके पर सभी को जमानत मिल गई थी। मामले में कई बार तेजस्वी से पूछताछ हो चुकी है।