शहीद के अंतिम संस्कार में ठहाके लगाते हुए नजर आए मोदी के मंत्री, मांगनी पड़ी माफी
क्या है खबर?
जहां एक ओर पूरा देश जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए CRPF जवानों की शहादत पर आंसू बहा रहा है, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह एक शहीद के अंतिम संस्कार में ठहाके मारते हुए नजर आए।
उनकी इस हरकत से मौके पर मौजूद आम लोग बेहद नाराज हुए।
शहीद के परिजनों ने भी मंत्री की इस हरकत पर नाराजगी जताई।
केंद्रीय मंत्री को लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी।
विवाद
जूते पहन कर अंतिम संस्कार में बैठे नेता
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों में मेरठ के अजय कुमार भी शामिल थे। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था।
उनकी अंतिम विदाई में केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह समेत कई स्थानीय नेता शामिल हुए।
इस दौरान सत्यपाल किसी बात को लेकर जोर से हंसते हुए नजर आए।
यही नहीं, उन समेत कई नेता अंतिम संस्कार में जूते पहनकर बैठे हुए थे।
लोग उनकी इन दोनों हरकतों से बेहद नाराज हुए।
ट्विटर पोस्ट
सोशल मीडिया पर वायरल घटना का वीडियो
भाजपा के मंत्री सत्यपाल सिंह , यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और भाजपा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल समेत कई भाजपा नेता उस वक़्त जूता खाते खाते बचे जब वो मेरठ के शहीद अजय कुमार के अंतिम संस्कार में जूते पहन कर पहुँच गए थे ,
— | عارف خان | Arif Khan | (@ArifKIndian) February 20, 2019
शहीद के परिवार ने भरी सभा मे बेइज़्ज़त कर जूते उतरवाए ।। pic.twitter.com/px6nbshngc
परिजन
शहीद के परिजनों ने जताई आपत्ति
अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री का यूं हंसना शहीद के परिजनों को बहुत खराब लगा और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई।
विवाद बढ़ता देख सत्यपाल सिंह ने हाथ जोड़ कर लोगों और परिजनों से माफी मांगी।
जूते पहन कर बैठने के मामले में भी लोगों का गुस्सा बढ़ता देख नेताओं ने तुरंत जूते उतारे और फिर दोबारा बैठे।
बताया जा रहा है कि इस दौरान हालात बिगड़ने लगे थे और पुलिस को लोगों को काबू में करने की जरूरत पड़ी।
सत्यपाल सिंह
सत्यपाल सिंह ने ट्वीट कर दी सफाई
सोशल मीडिया पर घटना की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
विवाद पर सत्यपाल ने ट्वीट कर सफाई दी है और इसे भारतीय जनता पार्टी के विरोधियों की राजनीति का हिस्सा बताया है।
उन्होंने लिखा कि कुछ तत्व भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगाकर प्रेस में देकर अपनी छोटी मानसिकता को उजागर कर रहे है।
उन्होंने इस कठिन समय में राजनीति की बजाय संयम रखने और शहीदों के परिवार के साथ खड़े होेने को जरूरी बताया।
ट्विटर पोस्ट
केंद्रीय मंत्री की सफाई
लेकिन दुर्भाग्य से इस पर भी कुछ तत्व भाजपा पार्टी व नेतृत्व पर बेबुनियाद आरोप लगाकर प्रेस में देकर अपनी छोटी मानसिकता को उजागर कर रहे है। ऐसे कठिन समय में ज़रूरत है संयम एवं शहीदों के परिवार के साथ खड़े होने की, ना कि राजनीति करने की।
— Dr. Satya Pal Singh (@dr_satyapal) February 20, 2019
जय हिंद! 🇮🇳
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शहीदों का अपमान
पहले भी नेताओं ने किया है शहीदों का अपमान
यह पहली बार नहीं है जब किसी नेता ने शहीदों का अपमान किया हो।
इससे पहले हमले में शहीद हुए ओडिशा के मनोज बेहेरा के अंतिम संस्कार के दौरान BJD के विधायक देबाशीष सांमत्रेय ने शहीद के चाचा को धक्का दिया और उन्हें जबरन पार्थिव शरीर के पास बैठने को कहा था।
शहीद अजीत कुमार आजाद की अंतिम यात्रा में भाजपा सांसद साक्षी महाराज की भी हंसते हुए लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए तस्वीर सामने आईं थी।