केरल: वायनाड में सामने आए अफ्रीकन स्वाइन फ्लू के मामले, दो जिलों में हाई अलर्ट जारी
क्या है खबर?
केरल के वायनाड जिले में सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले पाए गए हैं। इसके बाद दो जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पिछले हफ्ते पांच सुअरों की मौत के बाद इनके सैंपल लिए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन सैंपल्स को भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी डिसीज भेजा गया है।
अब स्वास्थ्य विभाग दो किलोमीटर के दायरे के सुअरों का मारने की योजना बना रहा है।
जानकारी
मारे जाएंगे 300 सुअर
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सुअरों की मौत के बाद सैंपल भेजे गए हैं। जहां मामला सामने आया है, वहां तीन फार्म है और उनमें लगभग 300 सुअर हैं। आज शाम तक इन्हें मार दिया जाएगा।
सतर्कता
विशेषज्ञों ने बताई सतर्क रहने की जरूरत
जानकारों का कहना है कि दुर्लभ ही मामलों में यह बीमारी जानवरों से इंसानों तक पहुंचती है, लेकिन फिर भी सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को लाल मांस खाने से पहले उसे अच्छी तरह पकाने की सलाह दी है।
राज्य सरकार का कहना है कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं और वायनाड के अलावा कोझीकोड में भी अलर्ट जारी किया गया है।
खतरा
बेहद संक्रामक है अफ्रीकन स्वाइन फ्लू
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अफ्रीकन स्वाइन फ्लू एक बेहद संक्रामक बीमारी है और यह मुख्यत: जंगली और पालतू सुअरों में पाई जाती है। इससे संक्रामक सुअरों की मृत्यु दर बहुत अधिक होती है और इससे बचाव के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
इंसानों को इस बीमारी से अधिक खतरा नहीं है, लेकिन इसका फैलाव पॉर्क उद्योग और किसानों की आजीविका पर बहुत बुरा असर डालता है।
बीमारी का प्रसार
बीमारी फैलने की क्या है वजह?
नैचर जर्नल में छपे एक लेख के अनुसार, जंगलों का कम होना, पालतू जानवरों का अधिक घनत्व और उच्च जनसंख्या घनत्व जैसे कारक भी लगातार सामने आ रही बीमारियों की वजहें हो सकती हैं।
जानकारों का मानना है कि पशुओं की प्राकृतिक रिहायश पर इंसानों का अतिक्रमण वायरसों के फैलने को निमंत्रण दे सकता है क्योंकि इससे जंगली प्रजातियों, पालतू जानवरों और इंसानों के बीच का फासला कम होता जा रहा है।
केरल
केरल में आ चुके हैं मंकीपॉक्स के तीन मामले
कोरोना महामारी से देश के दूसरे सर्वाधिक प्रभावित राज्य केरल में मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आ चुके हैं।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे एक 35 वर्षीय शख्स को इस वायरस से संक्रमित पाया गया है। वह 6 जुलाई को UAE से मलप्पुरम आया था।
13 जुलाई को उसे बुखार के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया और 15 जुलाई से उसमें मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने शुरू हुए।
मंकीपॉक्स
दुबई और UAE से लौटे व्यक्ति भी पाए जा चुके हैं संक्रमित
इससे पहले सोमवार को भी दुबई से कन्नूर लौटे एक 31 वर्षीय शख्स को मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था। वह 13 जुलाई को दुबई से कर्नाटक के मंगलुरू एयरपोर्ट आया था और फिर अपने गृह जिले कन्नूर पहुंचा।
ये देश में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला था। पहला मामला 14 जुलाई को मिला था। तब कोल्लम के रहने वाले 35 वर्षीय शख्स को इस वायरस से संक्रमित पाया गया था। वह भी UAE से वापस लौटा था।