50 देशों ने दिखाई कोविन प्लेटफॉर्म में दिलचस्पी, आज वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री
क्या है खबर?
कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान से संबंधित डाटा को संभालने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे भारत के कोविन प्लेटफॉर्म की सफलता से अन्य देश भी प्रभावित हुए हैं और लगभग 50 देशों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है।
इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोविन वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करेंगे जिसमें इन सभी देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और इसमें अन्य कई अधिकारी हिस्सा लेंगे।
सम्मेलन
कनाडा और मैक्सिको जैसे देशों ने दिखाई है कोविन में दिलचस्पी
जिन देशों ने कोविन प्लेटफॉर्म में दिलचस्पी दिखाई है, उनमें कनाडा, मैक्सिको, नाइजीरिया, पनामा और युगांडा आदि देश शामिल हैं और इन देशों के विभिन्न स्वास्थ्य और तकनीक विशेषज्ञ इस वैश्विक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
इस सम्मेलन में भारत कोविड के जरिए दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाने का अपना अनुभव बताएगा।
इस सम्मेलन को स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) संयुक्त रूप से आयोजित कर रहे हैं और कई शीर्ष भारतीय अधिकारी इसे संबोधित करेंगे।
कोविन प्लेटफॉर्म
क्या है कोविन?
कोविन प्लेटफॉर्म का पूरा नाम 'कोविड वैक्सीन इंटेलीजेंस वर्क' है। ये एक वेबसाइट है जिस पर जाकर लोग वैक्सीनेशन का अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं और वैक्सीनेशन के बाद अपना सर्टिफिकेट भी यहीं से डाउनलोड कर सकते हैं।
वेबसाइट पर एक फोन नंबर से चार लोगों का रजिस्ट्रेशन और स्लॉट बुक हो सकता है। स्लॉट बुक करने के लिए आधार नंबर अनिवार्य है।
स्लॉट बुक करने के बाद कोविन लाभार्थी को वैक्सीनेशन का समय, स्थान और कोड भेजता है।
सफलता
लाखों लोगों के ट्रैफिक को संभालने में कामयाब रहा है कोविन
कोविन विदेश जाने की योजना बना रहे लोगों को अपना पासपोर्ट वैक्सीन सर्टिफिकेट से लिंक करने का विकल्प भी प्रदान करता है।
इसके अलावा सरकार कोविन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल वैक्सीन लगवा चुके लोगों का डाटा स्टोर करने और अभियान को व्यवस्थित तरीके से चलाने के लिए करती है।
अभी तक सरकार इसकी मदद से पूरी अभियान को सही तरीके से संभालने में कामयाब हुई है और यह प्लेटफॉर्म लाखों लोगों को एक साथ संभालने में कामयाब रहा है।
वैक्सीनेशन अभियान
देश में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
16 जनवरी को वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद से अब तक देश में कोरोना वैक्सीन की 35,28,92,046 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 28,83,23,682 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 6,45,68,364 लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।
21 जून के बाद से वैक्सीनेश की रफ्तार में तेजी आई है और रोजाना औसतन 50 लाख से अधिक खुराकें लग रही हैं। हालांकि कल महज 14,81,583 खुराकें लगीं।