गुजरात: दहेज इलाके में कैमिकल फैक्ट्री में धमाका, 5 मजदूरों की मौत, 50 अन्य घायल
गुजरात के भरूच जिले के दहेज इलाके में स्थित एक प्राइवेट कैमिकल फैक्ट्री में धमाका होने से पांच मजदूरों की मौत हो गई और कम के कम 50 अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अभी तक धमाके की वजह पता नहीं चल पाई है। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज तीन किलोमीटर के दायरे में सुनी गई। ऐहतियात के तौर पर आसपास के गांवों को खाली करा दिया गया है।
घटना के समय फैक्ट्री में थे सैकड़ों मजदूर
फैक्ट्री का नाम यशस्वी रसायन प्राइवेट लिमिटेड है। अधिकारियों के मुताबिक, घटना के समय सैकड़ों की तादाद में मजदूर फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे थे। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं।
मजदूरों ने भागकर बचाई अपनी जान
अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात कारणों से दो कंटेनरों में भरे गए कैमिकल के बीच प्रतिक्रिया हुई और जोरदार धमाका हो गया। फैक्ट्री में 20 प्रकार के कैमिकल कंपोनेंट बनाए जाते हैं। धमाके के बाद कुछ मजदूर भागकर फैक्ट्री से बाहर आए और मालिक और दूसरे लोगों की इसकी सूचना दी। वहीं जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां आपदा प्रबंधन टीम के साथ मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए भेजे गए वरिष्ठ अधिकारी
भरूच के जिलाधिकारी एमडी मोदिया ने बताया, "हमने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर जांच के लिए भेजा है। दमकल विभाग आग बुझाने में लगा है। अभी तक 50 मजदूरों के घायल होने की जानकारी मिली है, जिनका इलाज चल रहा है। आसपास के इलाके में और भी कैमिकल फैक्ट्रियां हैं इसलिए हमने इलाके के दो गांवों से 4,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। आग बुझाने के बाद उन्हें वापस लाया जाएगा।"
आग बुझाने के बाद सामने आएगी असली तस्वीर- SP
जिले के पुलिस अधीक्षक राजेंद्र सिंह चूड़ासमा ने कहा कि पांच मजदूरों के शव मिल चुके हैं। दमकल विभाग आग बुझाने में लगा हुआ है। लपटें शांत होने के बाद ही असली तस्वीर सामने आएगी। पुलिस लोगों से बात कर जानकारी जुटा रही है।
धमाके के बाद फैक्ट्री से उठता धुएं का गुब्बार
आंध्र प्रदेश में फैक्ट्री से हुआ था गैस रिसाव
बीते एक महीने में कैमिकल फैक्ट्रियों में यह दूसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले 7 मई को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में स्थित दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी कैमिकल लिमिटेड के प्लांट से गैस रिसाव हो गया था। इससे कम से कम 13 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। इस प्लांट से खतनाक स्टाइरीन गैस लीक हुई थी। इसका उपयोग इन्सुलेशन, पाइप, प्रिंटिंग कार्ट्रिज और कॉपी मशीन टोनर, खाद्य कंटेनर आदि बनाने में होता है।
गैस रिसाव के लिए कंपनी पूरी तरह जवाबदेह- NGT
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने ताजा सुनवाई में कहा है कि गैस रिसाव के लिए कंपनी पूरी तरह जवाबदेह है। NGT ने आदेश देते हुए कहा कि 50 करोड़ रुपये का अंतरिम जुर्माना पीड़ितों को मुआवजे और पर्यावरण को हुए नुकसान को कम करने के लिए है। साथ ही NGT ने कंपनी की वह याचिका भी खारिज कर दी, जिसमें उसने 50 करोड़ रुपए के अंतरिम जुर्माने संबंधी आठ मई के आदेश की समीक्षा का अनुरोध किया था।