तमिलनाडु की बच्ची पर बनी फिल्म 'कमली' को बड़ी सफलता, ऑस्कर 2020 के लिए शॉर्टलिस्ट
आपको तमिलनाडु की नौ साल की स्केटबोर्डिंग (Skateboarding) स्टार कमली मूर्ति याद है ना! बच्ची कमली और उसकी मां की जिंदगी पर बनी फिल्म 'कमली' को अकादमी पुरस्कारों के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। फिल्मी दुनिया के लिए ऑस्कर एक प्रमुख अवॉर्ड है। इसके लिए नॉमिनेट होना भी बड़ी बात होती है। नौ साल में इतनी बड़ी सफलता मिलना अपने आप में एक बड़ी बात है। यकीनन बच्ची और उसके घरवाले इस समय साातवें आसमां पर होंगे।
फिल्म की कहानी
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में कमली और उसकी मां सुगंती की कहानी को दिखाया गया है। यह फिल्म एक मां के पारंपरिक समाज में उसकी बेटी को आगे बढ़ाने के उसके संघर्ष के बारे में बात करती है, जो कि बिना किसी के परवाह किए बगैर अपनी बेटी को स्केटबोर्डिंग चैंपियन बनने में मदद करती है। वह इसके लिए स्थानीय परंपरा के खिलाफ कड़ा संघर्ष करती है।
कमली के मेंटर ने कहा ये
कमली के मेंटर एइन एडवर्ड्स ने एक साक्षात्कार में बताया, "जब कमली की मां अपने बच्चों को देखती है तो उसे अपना बचपन याद आता है। उसे याद आता आता है कि कैसे वह समाज के कारण वो नहीं कर पाई जो वह करना चाहती है। आज, वह चाहती है कि कमली उस आज़ादी का स्वाद चखें जो उसके पास नहीं थी।" आगे मेंटर ने बताया कि क्रू ने आकर फिल्म को छह हफ्ते के अंदर-अदंर शूट किया था।
2018 में मुंबई फिल्म फेस्टिवल में फिल्म ने जीता था सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार
आगे एइन ने बताया कि फिल्म को एडिट करने के बाद इसे पिछले साल यानी कि 2018 में संपन्न हुए मुंबई अंतर्राष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल भेजा गया था, जहां इस फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीता। वहीं, कमली की मां सुगंती ने बातचीत में कहा, "मुझे लगता है कि निश्चित रूप से यह पुरस्कार मेरे बच्चों के बाद मेरे लिए जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।"
साशा इंद्रधनुष ने निर्देशित की है फिल्म
24 मिनट की यह शॉर्ट फिल्म निर्माता साशा इंद्रधनुष द्वारा निर्देशित है, जो कि न्यूजीलैंड के रहने वाले हैं। फिल्म ने अप्रैल में अटलांटा फिल्म समारोह के अंदर बेस्ट डॉक्यूमेंट्री का खिताब भी जीता था।
कौन है कमली?
बता दें कि 9 साल की कमली, तमिलनाडु के एक छोटे से मछली पकड़ने वाले शहर, महाबलिपुरम की एकमात्र लड़की स्केटबोर्डर है। कमली को ख्याति उसके वायरल वीडियो ने दिलाई है। उसने पेशेवर स्केटबोर्डिंग टीमों के साथ खेल को बढ़ावा देने के लिए पूरे भारत का दौरा किया है। वह समुद्र तट पर सर्फिंग का आनंद भी लेती है और बड़े होने पर एक पेशेवर बनने का सपना भी देखती है।
इस साल 'पीरियड. एंड ऑफ सेंटेंस' ने जीता ऑस्कर
जानकारी दे दें इस साल भारतीय फिल्म 'पीरियड. एंड ऑफ सेंटेंस' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट फिल्म की कैटेगरी में ऑस्कर जीता है। फिल्म भारतीय पृष्ठभमि पर आधारित थी, जिसमें पीरियड्स के मुद्दे को उठाया गया था। फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश के हापुड़ में स्थित एक गांव की उन महिलाओं के इर्द-गिर्द थी , जिन्हें पैड्स उपलब्ध नहीं हैं। फिल्म में वह पहलू भी दिखाया गया, जिसमें पैड न होने के कारण लड़कियां स्कूल तक नहीं जा पाती हैं।