वीडियो गेम के ऊपर बनी हॉलीवुड की पाँच फिल्में जो हुईं बुरी तरह फ़्लॉप
कभी-कभी कोई वीडियो गेम इतना बड़ी सांस्कृतिक घटना बन जाती है कि फिल्म निर्माता उसके ऊपर फिल्म बनाने का निर्णय तक ले लेते हैं। हालाँकि अक्सर इसका परिणाम विनाशकारी होता है। 'सोनिक द हेजहोग' का हाल ही में जारी किया गया ट्रेलर बहुत ही भयावह है। ऐसे में आने वाली फिल्म का जश्न मनाने के लिए आज हम आपको कुछ लोकप्रिय वीडियो गेम के ऊपर बनी हॉलीवुड फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो फ़्लॉप रहीं हैं।
'वॉरक्राफ़्ट': शुरुआत अच्छी लेकिन अंत बुरा
'वॉरक्राफ़्ट' की शुरुआत बुरी नहीं हुई थी। इसमें कमाल के GGI का इस्तेमाल किया गया था और कहानी भी अच्छी थी। लेकिन इसके साथ समस्या यह रही कि इसने गेम को पूरी तरह से कॉपी करने की कोशिश की। हालाँकि, हर बार यह बुरा नहीं होता है, लेकिन इस फिल्म के मामले में यह तरीका काम नहीं आया। फिल्म को बेहतर बनाने के लिए इसमें कई अनावश्यक चीज़ों को जोड़ दिया गया, जिसकी वजह से इसका बुरा हश्र हुआ।
'नीड फ़ॉर स्पीड': खींचकर किया गया कहानी को लंबा
'नीड फ़ॉर स्पीड' एक बड़ी फिल्म थी, जिसमें हारुन पॉल, रामी मालेक और माइकल कीटन ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई थीं, लेकिन फिल्म की लंबी और घटिया स्क्रिप्ट ने फिल्म को डूबा दिया। 2014 में आई इस फिल्म ने एक ही बार में कई चीज़ों की तरफ़ ध्यान आकर्षित किया और फिल्म की कहानी का अनुमान पहले ही लोगों को लग गया। फिल्म में कुछ शानदार कार और ऐक्शन सीक्वेंस थे, लेकिन फिल्म को दर्शकों ने एक सिरे से नकार दिया।
'टेक्केन': नीरस फिल्म
'टेक्केन' ऋंखला दुनिया में सबसे प्रसिद्ध लड़ाई ऋंखला है। इसमें दिलचस्प चरित्र के साथ ही दिलचस्प कहानी और कुछ अभूतपूर्व दृश्य भी थे। इसके बाद भी यह चौंकाने वाला था कि फिल्म के रूप में इसका रूपांतरण नीरस और उबाऊ है। 'टेक्केन' बड़े पैमाने पर खेल की कहानी से विचलित हो गई। फिल्म में कुछ भयानक प्रदर्शन, बेमिसाल ऐक्शन दृश्य और एक दाढ़ी वाले काज़ुया के बाद भी यह दर्शकों को प्रभावित करने में नाकाम रही।
'प्रिंस ऑफ पर्शिया: द सैंड ऑफ टाइम'
'प्रिंस ऑफ पर्शिया: द सैंड ऑफ टाइम' फ़ारस के ऊपर आधारित फिल्म थी। वीडियो गेम के मुख्य पात्र और उनके नाम फ़ारसी हैं। गेम एक फ़ारसी कहानी का अनुसरण करती है। जब गेम के ऊपर फिल्म बनी, तो इसमें जेक गिलेनहाल, बेन किंग्सले और अल्फ़्रेड मेलिना ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई। फिल्म को अच्छे से प्रदर्शित किया गया है, लेकिन एक धुँधली कहानी और अनावश्यक चीज़ों को दिखाने के चक्कर में फिल्म बर्बाद हो जाती है।
'मोर्टल कॉम्बैट: एनिहिलेशन'
'मोर्टल कॉम्बैट: एनिहिलेशन' ऐसी फिल्म है जो 20 मिनट तक तो अच्छी लगती है, लेकिन उसके बाद इसे झेलना मुश्किल हो जाता है। इस फिल्म का प्रीक्वल बेहतर वीडियो गेम फिल्मों में से एक है, लेकिन यह फिल्म अपने घटिया CGI और भयानक प्रदर्शन की वजह से पूरी तरह भूलने योग्य है। फिल्म खेल की कहानी से बाहर निकल जाती है और इसके कई दृश्य तो ऐसे हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है। इसके ऐक्शन सीक्वेंस भी बहुत घटिया हैं।