बॉलीवुड के इन सितारों को महंगा पड़ा तलाक, करोड़ों रुपये देने के बाद टूटा रिश्ता
काफी समय से खबरें आ रही थीं कि अभिनेत्री नताशा स्टैनकोविक और क्रिकेटर हार्दिक पांड्या के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है और दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए हैं। 18 जुलाई को खुद दोनों ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए अपने अलगाव की पुष्टि कर दी और इसी के साथ चल रहीं उनकी तलाक की खबरों पर पूर्ण विराम लग गया। इसी कड़ी में आइए बॉलीवुड के सबसे महंगे तलाक के बारे में जानें।
ऋतिक रोशन-सुजैन खान
ऋतिक रोशन और सुजैन खान की शादी साल 2004 में बड़ी धूमधाम से की गई थी, लेकिन 14 साल साथ रहने के बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया। उनके इस फैसले से देशभर में फैले उनके प्रशंसक हैरान थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ऋतिक ने सुजैन से अलग होने के लिए मुआवजे के तौर पर करीब 380 करोड़ रुपये दिए थे। यह तलाक उस समय बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि देश का सबसे महंगा तलाक बना था।
आमिर खान-रीना दत्त और सैफ अली खान-अमृता सिंह
आमिर खान ने पहली शादी साल 1986 में रीना दत्ता से की थी। हालांकि, 2002 में उनका तलाक हो गया था। आमिर को रीना से अलग होने के लिए 50 करोड़ रुपये की भारी-भरकम रकम चुकानी पड़ी थी। उधर शादी की तरह सैफ अली खान और अमृता सिंह के तलाक ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं। शादी के 13 साल बाद सैफ ने उनसे अलग होने का फैसला लिया था। इसके लिए उन्होंने अमृता को 2.5 करोड़ रुपये चुकाए थे।
संजय दत्त-रिया पिल्लई और करिश्मा कपूर-संजय कपूर
संजय दत्त की दूसरी शादी रिया पिल्लई से साल 1998 में हुई थी। 2008 में दोनों अलग हो गए थे। तलाक के बाद संजय ने रिया को 4 करोड़ रुपये दिए थे। उधर करिश्मा कपूर ने बिजनेसमैन संजय कपूर से 2003 में शादी की और 2016 में उनका तलाक हो गया। उनके बीच 14 करोड़ रुपये में समझौता हुआ। संजय से करिश्मा को अपना और अपने दोनों बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए हर माह 10 लाख रुपये मिलते हैं।
अरबाज खान-मलाइका अरोड़ा और फरहान अख्तर-अधुना भबानी
अरबाज खान और मलाइका अरोड़ा का तलाक भी काफी चौंकाने वाला था। हालांकि, इनके तलाक की रकम की कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई थी, लेकिन खबरों की मानें तो मलाइका ने तलाक के लिए अरबाज से 15 करोड़ रुपये की मांग की थी। दूसरी ओर फरहान अख्तर और अधुना भबानी का तलाक भी महंगा साबित हुआ। अधुना ने मुंबई में एक बड़े फ्लैट और फरहान की संपत्ति में हिस्सेदारी की मांग की थी, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये थी।