उत्तराखंड के किसान की जिंदगी पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'मोती बाग' ऑस्कर के लिए नॉमिनेट
फिल्मी दुनिया के लिए ऑस्कर एक प्रमुख अवॉर्ड है। इसके लिए नॉमिनेट तक होना भी बहुत बड़ी बात होती है। ऐसे में उत्तराखंड के एक किसान के जीवन के संघर्ष पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'मोती बाग' को ऑस्कर्स के लिए नॉमिनेट किया गया है। फिल्म की टीम को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बधाई दी है। उत्तराखंड से यह पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म है जिसे ऑस्कर्स के लिए चुना गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेेंद्र सिंह रावत ने 'मोती बाग' के डायरेक्टर को दी बधाई
'मोती बाग' को ऑस्कर में नॉमिनेट होने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने डायरेक्टर निर्मल चंदेर डंडरियाल को बधाई दी। मुख्यमंत्री रावत ने कहा, "यह फिल्म युवाओं को अपने ही गांव और समुदायों के लिए काम करने के लिए प्रेरित करेगी।" मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ ही यह फिल्म सुदूर क्षेत्रों से लोगों का पलायन रोकने में मदद करेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने युवा किसानों से पलायन को रोकने में मदद करने की भी अपील की।
फिल्म में क्या है?
यह डाक्यूमेंट्री उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लॉक स्थित सांगुड़ा गांव के 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा पर बनाई गई है। इसमें विद्या दत्त के कड़े संघर्ष को दिखाया गया है। विद्या दत्त ने 25 साल की उम्र में राजस्व विभाग की नौकरी से इस्तीफा देकर खेती-किसानी शुरू की थी। इसकी कहानी कृषि, बागवानी, मधुमक्खी पालन, जल संरक्षण, रोजगार और पलायन समेत अन्य कई मुद्दों पर आधारित है। 'मोती बाग', 59 मिनट की फिल्म है।
विद्या दत्त कहानी अपने आप में प्रेरणादायक- निर्मल
फिल्म के निर्माता निर्मल ने कहा कि विद्या दत्त की जिंदगी अपने आप में प्रेरणादायक है। उन्हें लगा कि एक आदमी जो अपने स्तर पर समाज में बदलाव ला रहा है और उसे तारीफ नहीं मिल रही तो इस पर कहानी बनानी चाहिए।
कौन हैं विद्या दत्त शर्मा?
जानकारी के मुताबिक, विद्या दत्त शर्मा 83 साल के हैं और आज भी पूरे जोश के साथ खेती करते हैं। 1965 में राजस्व विभाग में भू-माप विशेषज्ञ की नौकरी छोड़ने के बाद वह अपने गांव वापस आ गए थे। इसके बाद उन्होेंने अपने गांव में एक बगीचा स्थापित किया, जिसे मोती बाग नाम दिया, जहां कई तरह की फसलें उगाई जाती हैं। विद्या दत्त को साहित्य से बेहद लगाव है। वह कृषि पर अब तक आठ किताबें लिख चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म समारोह में 'मोती बाग' ने जीता था प्रथम पुरस्कार
बता दें कि ऑस्कर में नॉमिनेट होने से पहले 'मोती बाग' केरल में आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म समारोह में प्रथम पुरस्कार हासिल कर चुकी है। आशा है कि ऑस्कर से भी फिल्म अनमोल सौगात लेकर वापस लौटेगी।