उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ज़हरीली शराब से कोहराम, अब तक 108 की मौत, 170 गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ज़हरीली शराब पीने से 100 से ज़्यादा लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। यूपी के आबकारी विभाग के मुताबिक मामले में अब तक करीब 170 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही राज्य सरकार ज़हरीली शराब बनाने और बेचने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (रासुका) लगाने की तैयारी कर रही है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दोनों राज्यों में अब तक 108 लोगों की मौत हो चुकी है।
योगी आदित्यनाथ ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश
ज़हरीली शराब पीने से अब तक सहारनपुर में 46, रुड़की में 32, कुशीनगर में 10 और मेरठ में 23 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले में यूपी और उत्तराखंड में ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है। उत्तर प्रदेश में 297 मामले दर्ज कर अब तक 170 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं अकेले सहारनपुर में 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
यूपी में देर रात तक चली कार्रवाई
यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी ने देर रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये सभी ज़िलाधिकारियों व पुलिस प्रमुखों से अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया। इसके बाद दर्जनों ज़िलों में अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की गई।
उत्तराखंड सरकार ने आबकारी विभाग के 13 कर्मचारियों को किया निलंबित
उत्तराखंड में ज़हरीली शराब मामले में 31 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि उनके पास से 509 क्वाटर देशी शराब और 91 लीटर कच्ची शराब जब्त की गई है। उत्तराखंड सरकार ने रुड़की क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक सहित 13 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं आबकारी विभाग के प्रवर्तन विंग के उच्च अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। साथ ही मजिस्ट्रियल जांच भी शुरू कर दी गई है।
दोनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों ने किया मुआवज़े का ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज़हरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवज़ा देने की घोषणा की। साथ ही अस्पताल में भर्ती लोगों को 50-50 हज़ार रूपये की मदद देने की भी घोषणा की। वहीं उत्तराखंड सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और अस्पताल में भर्ती लोगों को 50-50 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं और उनमे समाजवादी पार्टी से सम्बंधित लोगों के नाम सामने आए थे, इस बार भी ये किसी की साजिश हो सकती है।