अभिनेता बनने से पहले इन सितारों ने की देश सेवा, 'महाभारत' के 'शकुनी' भी शामिल
हिंदी सिनेमा का देश की आजादी में योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय सेना के जांबाज सैनिकों की कहानी कहने को दर्शकों के बीच लाने में अहम योगदान रहा है। बॉलीवुड में ऐसे कई फिल्मों का निर्माण हुआ है, जिनमें भारतीय सेना का पराक्रम दिखाया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडस्ट्री के कुछ सितारे फिल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले देश की सेवा करते थे। आइए आज आपको कुछ ऐसे ही सितारों से मिलवाते हैं।
गुफी पेंटल
'महाभारत' में 'शकुनी' का किरदार निभाने वाले अभिनेता गुफी पेंटल को भला कौन भूल सकता है। अभिनेता ने अपने इस किरदार से घर-घर में पहचान बना ली थी। दैनिक भास्कर से बातचीत में अभिनेता ने बताया था कि जब वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे तो 1962 में भारत-चीन के बीच लड़ाई हुई। ऐसे में सेना में शामिल होने के लिए सीधी भर्ती निकली। वह हमेशा से सेना में शामिल होना चाहते थे इसलिए वह सेना का हिस्सा बने।
अच्युत पोद्दार
अच्युत पोद्दार बॉलीवुड में अपना सफर शुरू करने से पहले मध्य प्रदेश के रीवा में प्रोफेसर थे। उन्होंने भारतीय सेना में एक कप्तान के रूप में देश की सेवा की और 1967 में सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने 44 साल की उम्र में इंडस्ट्री में कदम रखा और 'दबंग 2', 'लगे रहो मुन्ना भाई', 'परिणीता' और '3 इडियट्स' जैसी फिल्मों में नजर आए। आमिर खान की '3 इडियट्स' का उनका डायलॉग, "अरे, कहना क्या चाहते हो?" खूब वायरल हुआ था।
बिक्रमजीत कंवरपाल
अभिनेता बिक्रमजीत कंवरपाल अब भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने कई शानदार फिल्मों में काम किया है। अभिनेता ने 2002 में भारतीय सेना से मेजर के पद पर सेवानिवृत्त होने के बाद अपने अभिनेता बनने के सपने को पूरा करने की ठानी। उन्होंने 2003 में बॉलीवुड में कदम रखा और मधुर भंडारकर की फिल्म 'पेज 3' में नजर आए। वह 'अतिथि तुम कब जाओगे?', 'मर्डर 2','आरक्षण' और 'कॉर्पोरेट' जैसे कई फिल्मों का भी हिस्सा रहे हैं।
आनंद बक्शी
आनंद बक्शी हिंदी सिनेमा के बेहतरीन गीतकार हैं, जिन्होंने अपने 5 दशक के करियर में 3 हजार से अधिक गाने लिखे थे। उनके सुपरहिट गानों में 'अच्छा तो हम चलते हैं', 'दो लफ्जों की है','कुछ तो लोग कहेंगे' सहित कई शानदार गाने शामिल हैं। बक्शी रॉयल इंडियन नेवी में कैडिट थे, लेकिन किसी वजह से उन्होंने ये नौकरी खो दी। इसके बाद 1947 से 1956 तक उन्होंने भारतीय सेना में काम किया। 2002 में बख्शी का निधन हो गया था।
रुद्राशीष मजूमदार
रुद्राशीष मजूमदार 'छिछोरे', 'हवा सिंह', 'मिसेज अंडरकवर' और 'जर्सी' जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। इसके अलावा वह कई विज्ञापनों में भी दिखाई दिए हैं, लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि अभिनेता इंडस्ट्री में आने से पहले 7 साल तक भारतीय सेना में शामिल थे। रुद्राशीष राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी (देहरादून) के पूर्व छात्र हैं। वह 2011 में सेना में शामिल हुए और 2018 में मेजर के रूप में सेवानिवृत्त हो गए।