महेश भट्ट ने परवीन बाबी को किया याद, कहा- मेरी जिंदगी में आने के लिए शुक्रिया
क्या है खबर?
परवीन बाबी ने 70 के दशक पर पर्दे पर अपने ग्लैमर का जो जादू चलाया, उसकी बराबरी कोई नहीं कर सकता।
जहां उनके फिल्मी सफर ने उनके लिए जबरदस्त दीवानगी बटोरी, वहीं निजी जीवन में वह अकेली ही रहीं। इस अकेलेपन में वह मानसिक बीमारी से भी जूझती रहीं।
फिल्म निर्माता महेश भट्ट और परवीन करीब 3 साल तक रिश्ते में रहे थे। परवीन की पुण्यतिथि पर महेश ने भावुक होकर उन्हें याद किया है।
रिश्ता
3 साल तक रिश्ते में रहे थे परवीन और महेश
परवीन ने 'अमर अकबर एंथनी', 'सुहाग', 'काला पत्थर' जैसी बॉलीवुड फिल्मों से अच्छी लोकप्रियता हासिल की थी। वह अपने बोल्ड अवतार के लिए जानी जाती थीं और अकसर फिल्मी पत्रिकाओं के कवर पर नजर आती थीं।
निजी जीवन में वह अपनी मानसिक समस्याओं की वजह से अपने रिश्तों में जूझती रहीं। महेश ने परवीन को करीब 3 साल डेट किया था।
2005 में उन्होंने ही परवीन का अंतिम संस्कार किया था।
बयान
महेश ने याद किया अपना रिश्ता
ई टाइम्स से बातचीत में महेश ने कहा, "बॉलीवुड एक परीकथा है। यह सबक याद रखिए और आपको कभी तकलीफ नहीं होगी। परवीन के साथ मेरी शराब, गुलाब और अश्कों की कहानी का यही सार था। वह 70 के दशक की सुपरस्टार थीं। वह 'टाइम मैगजीन गर्ल' के नाम से मशहूर थीं। गुजरात के जूनागढ़ की लड़की ने अपनी सादगी से वैश्विक फैशन जगत में शानदार प्रभाव छोड़ा था।"
सबक
तकलीफ से मिले सबक- महेश
महेश ने कहा कि ढाई साल के रिश्ते में उन्होंने परवीन को धूमिल होते देखा था। मानसिक समस्या के पहले दौर के बाद उनका करियर गिरने लगा था।
महेश ने कहा, "उन्होंने मेरी फिल्म अर्थ को मजबूती दी थी। इस फिल्म से मुझे पुनर्जीवन मिला था। हमारे प्यार और उसके बाद की त्रासदी ने मुझे तोड़ दिया था। इससे मुझे ऐसे सबक मिले थे, जो सिर्फ तकलीफ में मिल सकते हैं।"
अंतिम संस्कार
महेश ने किया था परवीन का अंतिम संस्कार
महेश ने कहा, "मुझे आज भी वो दिन अच्छे से याद है, जब उनका शव कूपर अस्पताल (मुंबई) में लावारिस रखा था। मैंने अपने दोस्त अशोक पंडित के से कहा था कि अगर किसी ने उनका शव नहीं लिया तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि उनका सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार हो।"
पुण्यतिथि पर परवीन को याद करते हुए महेश ने कहा, "मेरी जिंदगी में आने के लिए शुक्रिया परवीन, आपके बिना मैं कहां होता।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
परवीन का शव 22 जनवरी, 2005 को उनके घर से मिला था। पुलिस को सूचना दी गई थी कि उन्होंने 3 दिनों से अपने दरवाजे से अखबार और दूध नहीं उठाया है। शव बरामद होने के 72 घंटे पहले परवीन की मौत हो चुकी थी।