
क्या है डिजिटल डिटॉक्स, क्यों छात्रों के लिए है जरूरी?
क्या है खबर?
ऑनलाइन शिक्षा के दौर में सुबह उठने से लेकर सोने तक मोबाइल और अन्य उपकरण छात्रों के जीवन का अहम हिस्सा बन गए है, लेकिन इनका अत्याधिक उपयोग जीवन शैली को प्रभावित कर रहा है।
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, डिजिटल उपकरणों के ज्यादा उपयोग से छात्रों में तनाव, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा जैसी गंभीर समस्याएं पैदा होती जा रही हैं।
इन सबसे बचने का सबसे बढ़िया तरीका है 'डिजिटल डिटॉक्स', जो मौजूदा समय में बहुत प्रचलित है।
तरीका
क्या है डिजिटल डिटॉक्स?
कुछ समय के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल उपकरणों से दूर रहने की प्रक्रिया को ही डिजिटल डिटॉक्स कहा जाता है।
इस प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे मोबाइल, लैपटॉप, टीवी और सोशल मीडिया के उपयोग से परहेज करना और उन्हें बंद करना शामिल है।
यह युवाओं के लिए अहम थेरेपी है। पतंजलि योग संस्थान, आर्ट ऑफ लिविंग, ब्रम्हा कुमारी और ईशा योग संस्थान जैसे कई संस्थान इस तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं।
छात्र
छात्रों के लिए क्यों उपयोगी है?
स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाले और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र दिनभर डिजिटल उपकरणों का उपयोग करते हैं।
ये शारीरिक और मानसिक रूप से छात्रों को थकाता है।
कई बार डिजिटल उपकरण पढ़ाई में बाधा डालते हैं। छात्र इनमें उलझ कर पढ़ाई नहीं कर पाते।
दिनभर इन उपकरणों के उपयोग से छात्रों की आंखों पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में समय-समय पर डिजिटल डिटॉक्स करना छात्रों के लिए उपयोगी साबित होगा।
प्रक्रिया
कैसे कर सकते हैं डिजिटल डिटॉक्स?
सुबह मोबाइल देखने की बजाय उन्नत दिनचर्या अपनाएं। कोई विशेष काम होने पर ही फोन का उपयोग करें।
अधिकांश समय किताबों से पढ़ाई करें और सप्ताह में एक दिन कम से कम 8-10 घंटों के लिए डिजिटल उपकरणों का बिल्कुल उपयोग न करें।
मोबाइल या लैपटॉप जैसे उपकरणों के नोटिफिकेशन बंद करके रखें, इससे बार-बार फोन देखने की आदत दूर होगी।
पढ़ाई के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल सही तरीके से करें और प्रेरणादायक किताबें पढ़ने की आदत विकसित करें।
प्रक्रिया
सोने से पहले न करें मोबाइल का उपयोग
डिजिटल डिटॉक्स का बेहद महत्वपूर्ण भाग है सोने से पहले मोबाइल का उपयोग न करना।
छात्र सोने से करीब 1 घंटे पहले अपने मोबाइल को दूर रख दें और सोकर उठने के तुरंत बाद भी मोबाइल न देखें। इससे पढ़ाई के दौरान दिमाग केंद्रित रखने में मदद मिलेगी।
आंखों पर दबाव कम करने के लिए 20:20:20 नियम का उपयोग करें।
प्रत्येक 20 मिनट स्क्रीन देखने के बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट की दूरी पर देखें।
फायदे
डिजिटल डिटॉक्स के क्या फायदे हैं?
छात्रों के साथ सभी व्यक्तियों के लिए डिजिटल डिटॉक्स फायदेमंद हैं।
ये व्यक्ति की सोचने की क्षमता में इजाफा करता है और ध्यान केंद्रित रखने में मदद करता है।
इससे याददाश्त भी तेज होती है और छात्र कम समय में ज्यादा पढ़ाई कर सकते हैं।
डिजिटल डिटॉक्स से सर दर्द और आंखों में जलन से छुटकारा मिलेगा।
सोशल मीडिया से दूर रहने से तनाव कम होगा और आप खुद के लिए समय निकाल पाएंगे।