UPSC: जानिए मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए कैसे लिखें निबंध
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में निबंध लेखन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। निबंध का पेपर कुल 250 अंकों का होता है। इसमें 2 निबंध लिखने होते हैं यानि एक निबंध 125 अंकों का होता है। निबंध लेखन में हुई छोटी सी चूक भी आपके अंकों को कम कर सकती है, ऐसे में निबंध लिखते समय सही फॉर्मेट की जानकारी होना जरूरी है। आइए जानते हैं अच्छे अंक पाने के लिए निबंध कैसे लिखना चाहिए।
निबंध का सही फॉर्मेट
निबंध लिखने से पहले सही विषय का चुनाव करें और उस पर विचार करें। निबंध लिखने के लिए तीन महत्वपूर्ण बिंदू हैं, परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष। परिचय और निष्कर्ष भाग संक्षिप्त में लिखे जाते हैं जबकि मुख्य भाग में आप विस्तार से इतिहास, मुख्य मुद्दा, विषय से संबंधित वर्तमान परिदृश्य, सकारात्मक और नकारात्मक पहलू, समस्याएं और चुनौती जैसी जानकारियों को जोड़ते हैं। उम्मीदवारों को निबंध लिखते समय अपनी भाषा और हैंडराइटिंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
निबंध का परिचय कैसा होना चाहिए?
किसी भी निबंध की शुरुआत प्रस्तावना से करें। इसका लक्ष्य विषय में पाठक की रूचि जगाना है और निबंध में आगे आने वाली बातों के लिए तैयार करना है। निबंध का एक अच्छा परिचय निबंध की संक्षिप्त व्याख्या करता है। निबंध के परिचय भाग में आप अपने व्यक्तिगत अनुभव, प्रासंगिक घटनाओं को जोड़कर दिलचस्प बना सकते हैं। प्रस्तावना भ्रमित करने वाली नहीं होनी चाहिए। प्रस्तावना में अपनी भाषा को सरल और स्पष्ट रखें।
परिचय के बाद ऐसे लिखें मुख्य भाग
परियन लिखने के बाद उम्मीदवार मुख्य भाग को पैराग्राफ में लिखें। निबंध में प्रवाह का ध्यान रखें। सरल से जटिल अवधारणाओं की तरफ जाएं। प्रत्येक जानकारी के लिए एक आधार प्रस्तुत करें। कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को बुलेट प्वाइंट्स के माध्यम से दर्शाएं। आवश्यकता अनुरूप डायग्राम बनाएं। अपने तथ्यों को बेहतर ठंग से प्रदर्शित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय रिपोर्ट्स, लेखक, सरकारी आंकड़ों का प्रयोग करें। मुख्य भाग में अलग-अलग आयामों पर चर्चा करें।
मुख्य भाग के बाद लिखें निष्कर्ष
निष्कर्ष का उद्देश्य निबंध का सहज अंत होता है। ये निबंध लेखन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुख्य बिंदुओं को संक्षेप में लिखकर, सुझाव देकर, उपयोगी टिप्पणी कर या प्रासंगिक उदाहरण जोड़कर निबंध का समाप्त कर सकते हैं। ध्यान रहें कि नकारात्मक और व्यक्तिगत दृष्टिकोण निष्कर्ष में न जोड़ें। निबंध के अंत में हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण से भरी टिप्पणी लिखें। निबंध के सारांश को ज्यादा लंबा न लिखें। इसमें सरकारी आंकड़ें या महत्वपूर्ण शब्दावलियों को जोड़कर आकर्षक बना सकते हैं।