
UPSC की तैयारी के लिए नौकरी छोड़नी चाहिए या नहीं, जानिए इसके फायदे और नुकसान
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) बेहद चुनौतीपूर्ण परीक्षा है।
इस परीक्षा में सफल होने के लिए उम्मीदवारों को कठिन मेहनत करनी पड़ती है।
कई अभ्यर्थी नौकरी के साथ UPSC की तैयारी करते हैं।
ऐसे में उन्हें इस दुविधा का सामना करना पड़ता है कि वे परीक्षा तैयारी के लिए नौकरी छोड़े या नहीं।
आइए परीक्षा की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ने के फायदे और नुकसान के बारे में जानते हैं।
जानकारी
नौकरी छोड़ने से मिलेंगे फायदे
नौकरी के साथ UPSC की तैयारी में बहुत मुश्किलें आती है। सबसे ज्यादा समस्या समय प्रबंधन और प्रभावी अध्ययन करने में आती है। ऐसे में कम उम्र और आर्थिक रूप से सक्षम युवा नौकरी छोड़कर परीक्षा की तैयारी करते हैं।
फायदे
पढ़ाई के लिए मिलेगा ज्यादा समय
UPSC की तैयारी एक लंबी यात्रा है, इस दौरान उम्मीदवारों को प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे पढ़ाई करना होती है।
इतने लंबे वक्त तक नौकरी के साथ पढ़ाई करने में मुश्किल आती है।
सुबह 9 से शाम 5 बजे तक का समय नौकरी में निकल जाता है। इसके बाद पढ़ाई करना ऊबाऊ हो सकता है।
ये शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाला होता है।
नौकरी छोड़कर तैयारी करने पर आप प्रतिदिन के लक्ष्य पूरे कर पाएंगे।
ध्यान
ध्यान केंद्रित करने में मिलेगी मदद
नौकरी के साथ UPSC की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को अक्सर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है।
कई बार उम्मीदवार पढ़ते हुए ऑफिस के काम के बारे में सोचने लगते हैं और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते।
अगर आप नौकरी छोड़ कर तैयारी करेंगे तो आपका ध्यान दूसरी चीजों पर नहीं जाएगा।
आप लाइब्रेरी या कोचिंग क्लास ज्वाइन कर सकते हैं। इससे परीक्षा में सफलता की संभावना बढ़ेगी।
जानकारी
नौकरी छोड़ने के नुकसान
परीक्षा की तैयारी में कई साल लगते हैं। इस दौरान आपको पैसे की आवश्यकता भी होगी। अगर आप नौकरी छोड़ते हैं तो आपका मासिक वेतन रुक जाएगा और ये आपके जीवन को प्रभावित कर सकता है। आपके परिवार के प्रति आपकी जिम्मेदारियां प्रभावित होंगी।
प्लान
बैकअप प्लान का नहीं होना
हर साल लाखों की संख्या में उम्मीदवार परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही उम्मीदवार सफल हो पाते हैं।
इस परीक्षा में प्रतिस्पर्धा बहुत है और सफलता अनिश्चित हैं। कई उम्मीदवार नौकरी छोड़कर परीक्षा की तैयारी करते हैं और सफल नहीं हो पाते।
अगर आप परीक्षा में सफल नहीं हुए तो आपको निर्णय पर पछतावा होगा।
बैकअप प्लान न होने से आपका आत्मविश्वास कम होगा और तनाव बढ़ेगा।