UPSC: मैकेनिकल इंजीनियरिंग वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए अपनाएं ये टिप्स, मिल सकेंगे अच्छे अंक
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में मैकेनिकल इंजीनियरिंग वैकल्पिक विषय का विकल्प उपलब्ध कराया गया है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग एक तकनीकी विषय है और इंजीनियरिंग स्नातकों को ही ये विषय लेने की सलाह दी जाती है। अगर आप इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं तो ये विषय स्कोरिंग साबित हो सकता है। इस वैकल्पिक विषय के साथ इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (IES) भी दे सकते हैं। आइए इस विषय का पाठ्यक्रम और तैयारी की टिप्स जानते हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम क्या है?
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पेपर 1 में यांत्रिकी, मशीनों का सिद्धांत, निर्माण विज्ञान, मशील टूल इंजीनियरिंग, विनिर्माण प्रबंधन, सिस्टम प्लानिंग, सिस्टम संचालन और नियंत्रण, सिस्टम डिजाइन, प्लांट लेआउट, इंजीनियरिंग आर्थिक विश्लेषण के अनुप्रयोगों के बारे में पढ़ना होगा। पेपर 2 के पाठ्यक्रम में ऊष्मप्रवैगिकी, गैस गतिकी और टर्बाइन, प्रथम नियम की मूल अवधारणा, तरल पदार्थों का वर्गीकरण, कंडक्शन हीट ट्रांसफर, संवहन ऊष्मा अंतरण, इंजन का वर्गीकरण और संचालन, इंजन की प्रणालियां, स्टीम इंजीनियरिंग, प्रशीतन और एयर कंडीशनिंग जैसे टॉपिक शामिल हैं।
कौनसी किताबें पढ़ें?
उम्मीदवार साधु सिंह की स्ट्रेंथ ऑफ मटेरियल, कॉलिस्टर्स मटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग, एसएस रतन की मशीनों का सिद्धांत, स्वदेश कुमार की प्रोडक्शन इंजीनियरिंग पर पाठ्यपुस्तक और पीएन राव की विनिर्माण प्रौद्योगिकी नामक किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस विषय के लिए अमिताभ घोष की विनिर्माण विज्ञान, पीसी शर्मा की प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, हीरा और गुप्ता की संचालन अनुसंधान, पीके नाग की इंजीनियरिंग थर्मोडायनामिक्स, आरके राजपूत की थर्मल इंजीनियरिंग, डीएस कुमार की हीट एंड मास ट्रांसफर किताब भी उपयोगी हैं।
नोट्स बनाना है जरूरी
इस विषय के अधिकांश टॉपिकों के लिए नोट्स बनाना जरूरी है। नोट्स में सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को लिखें। महत्वपूर्ण जानकारियों को अलग-अलग रंग से हाइलाइट करें, इससे रिवीजन में आसानी होगी। मैकेनिकल इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम बहुत बड़ा है और याद रखने के लिए असंख्य फॉर्मूले हैं। आदर्श रूप से आपके पास सभी फॉर्मूलों के लिए नोट्स का अलग सेट भी होना चाहिए। इनके अलग से नोट्स बनाएं। कठिन जानकारियों को लिख-लिख कर याद करें।
पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें
इस विषय की तैयारी के लिए उम्मीदवार सबसे पहले पाठ्यक्रम को समझें और पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें। पिछले साल के प्रश्नपत्रों से परीक्षा का पैटर्न पता चल सकेगा। परीक्षा में किन टॉपिकों से ज्यादा सवाल आते हैं, इसे समझने में मदद मिलेगी। इसके अलावा उम्मीदवारों को उत्तर लेखन पर ध्यान देना चाहिए। उम्मीदवार सभी प्रश्नों में जहां भी आवश्यक हो, ग्राफ और डायग्राम बनाएं। इससे मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक मिलेंगे।
संख्यात्मक सवालों का अभ्यास करें
इस विषय में उम्मीदवार संख्यात्मक सवालों का अभ्यास ज्यादा करें। इन सवालों में गलतियां होने की आंशका ज्यादा होती है। ऐसे में उम्मीदवार कठिन सवालों को हल करें। समय-समय पर मॉक टेस्ट हल करें। सैद्धांतिक भागों को भी अच्छी तरह कवर करें।