
ISRO में वैज्ञानिक कैसे बन सकते हैं? जानें पूरी प्रक्रिया और कमाई
क्या है खबर?
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) भारत की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी है, जो अपनी रचनात्मक तकनीकों के लिए जानी जाती है।
इसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। ISRO ने अब तक कई मिशनों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इस सफलता के पीछे कई वैज्ञानिकों का हाथ है।
भारत के कई युवा ISRO में वैज्ञानिक बनने का सपना देखते हैं। ISRO में वैज्ञानिक बनने की एक अलग प्रक्रिया है।
आइए जानते हैं कि ISRO में वैज्ञानिक कैसे बन सकते हैं।
कोर्स
कौन-से कोर्स कर सकते हैं?
ISRO में वैज्ञानिक बनने के लिए छात्र 12वीं के बाद एवियोनिक्स इंजीनियरिंग में BTech, बैचलर इन फिजिक्स, मास्टर इन फिजिक्स, PhD इन फिजिक्स जैसे कोर्स कर सकते हैं।
वे BTech इन इंजीनियरिंग फिजिक्स, MSc इन सॉलिड स्टेट फिजिक्स, MSc इन अर्थ सिस्टम साइंस, MSc इन एस्ट्रोनॉमी, MTech इन ऑप्टिकल इंजीनियरिंग, BTech इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, मास्टर्स इन एस्ट्रोनॉमी और BTech/MTech इन मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल/कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग भी कर सकते हैं।
इनके लिए JEE, UGC NET, GATE, BITSAT जैसी प्रवेश परीक्षाएं देनी होती हैं।
IIST
IIST में लें प्रवेश
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (IIST) में प्रवेश लेना ISRO में वैज्ञानिक बनने का सबसे आसान तरीका है।
अगर आपने गणित और विज्ञान विषय से 12वीं की है तो आप ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) दे सकते हैं।
IIST में दाखिला मिल जाने के बाद आप 4 साल का BTech कोर्स या 5 साल का डूअल डिग्री प्रोगाम कर सकते हैं।
ISRO में जाने के लिए आपको अच्छे से पढ़कर कोर्स में 7.5 CGPA पाने होंगे।
परीक्षा
वैज्ञानिक बनने के लिए देनी होगी ICRB परीक्षा
ISRO की ओर से हर साल ISRO सेंट्रलाइज्ड रिक्रूटमेंट बोर्ड (ICRB) परीक्षा आयोजित की जाती है।
इस परीक्षा को तीन भागों में कराया जाता है, जिसमें मैकेनिकल, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक शामिल हैं।
अंतरिक्ष और टेक्नोलॉजी से संबंधित क्षेत्र में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (BE), बैचलर ऑफ साइंस (BSc) या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (BTech) करने वाले छात्र इस परीक्षा को दे सकते हैं।
परीक्षा देने के लिए उम्मीदवारों के पास संबंधित डिग्री में कम से कम 65 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
isro
इंटरव्यू के माध्यम से भी बन सकते हैं ISRO में वैज्ञानिक
आप सीधे इंटरव्यू के माध्यम से भी ISRO में वैज्ञानिक बन सकते हैं।
अगर आप भारत के टॉप इंस्टीट्यूट IIT/NIT/IIST में पढ़ते हैं तो आपको वैज्ञानिक बनने का सुनहरा मौका मिलता है।
ISRO हर साल IIT/NIT/IIST में पढ़ने वाले छात्रों को चुनता है। उनका इंटरव्यू लेकर उन्हें सीधी नियुक्ति देता है।
ISRO खास तौर पर IIST के छात्रों को संस्थान की आवश्यकता के आधार पर वैज्ञानिक के रूप में सीधे आमंत्रित करता है।
वेतन
ISRO वैज्ञानिकों को कितना वेतन मिलता है?
ISRO के लिए काम करने वाले वैज्ञानिकों को अच्छा वेतन मिलता है। वैज्ञानिकों को उनकी पोस्ट और काम के अनुसार अलग-अलग वेतन दिया जाता है।
शुरुआती तौर पर आपको 20,000 से 40,000 रुपये प्रतिमाह मिल सकते हैं। एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक का वेतन लाखों में होता है।
ISRO की नौकरी सरकारी नौकरी है, इसलिए वैज्ञानिकों को महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, भविष्य निधि, मेडिकल सुविधाएं और मकान किराया भत्ता जैसे विभिन्न भत्ते दिए जाते हैं।