UPSC के लिए कर सकते हैं चिकित्सा विज्ञान वैकल्पिक विषय का चुनाव, ऐसे करें तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में उपलब्ध कराए गए वैकल्पिक विषयों में चिकित्सा विज्ञान भी शामिल हैं। इस विषय का पाठ्यक्रम काफी स्थिर है। अगर आप चिकित्सा विज्ञान की पृष्ठभूमि से हैं तो इस विषय का चुनाव कर सकते हैं। इस विषय का पाठ्यक्रम सामान्य अध्ययन के पाठ्यक्रम से बिल्कुल अलग है। ऐसे में अभ्यर्थियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। आइए जानते हैं UPSC परीक्षा के लिए चिकित्सा विज्ञान का पाठ्यक्रम और तैयारी की टिप्स।
पेपर 1 का पाठ्यक्रम क्या है?
पेपर 1 में मानव शरीर रचना विज्ञान, मानव फिजियोलॉजी, जैव रसायन, पैथोलॉजी, सूक्ष्म जीव विज्ञान, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन और विष विज्ञान जैसे खंड है। इसमें मानव शरीर के अंग, भ्रूणविज्ञान, तंत्रिका तंत्र, एंडोक्राइन सिस्टम, प्रजनन प्रणाली की फिजियोलॉजी, रक्त, ऊतक कार्य, प्रोटीन संश्लेषण, विटामिन और खनिज, कोशिका प्रतिरक्षा, ज्वरनाशक, एंटीबायोटिक्स, चोटों और घावों का परीक्षण, जहर का परीक्षण, फांसी, डूबने, जलने से मरने के कारणों का अध्ययन, DNA और फिंगर प्रिंट के अध्ययन जैसे विषय शामिल हैं।
पेपर 2 का पाठ्यक्रम क्या है?
पेपर 2 में सामान्य चिकित्सा, बाल रोग, त्वचा विज्ञान, सामान्य सर्जरी, परिवार नियोजन, प्रसूति और स्त्री रोग, सामुदायिक चिकित्सा जैसे खंड है। इसमें रेबीज, एड्स, डेंगू, जापानी एन्सेफलाइटिस के कारण और रोकथाम, टीकाकरण, जन्मजात सियानोटिक हृदय रोग, सोरायसिस, एलर्जी, खुजली जैसे त्वचा रोग, परिधीय धमनी रोग, महाधमनी संकुचन, थायराइड, पेप्टिक अल्सर, विभिन्न शल्य चिकित्सा स्थिति, प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर इलाज, महामारी विज्ञान के सिद्धांत, पोषण, स्वास्थ्य सूचना, स्वास्थ्य प्रबंधन और प्रशासन तकनीक संबंधी टॉपिकों को शामिल किया गया है।
कौनसी किताबें पढ़ें?
चिकित्सा विज्ञान के लिए उम्मीदवार इन किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैंः- बीडी चौरसिया की मानव शरीर रचना, इंदरबीर सिंह की मानव भ्रूणविज्ञान और ह्यूमन न्यूरोएनाटॉमी। गणोंग की मेडिकल फिजियोलॉजी की समीक्षा, यू सत्यनारायण की जैव रसायन, हर्ष मोहन की पैथोलॉजी की पाठ्यपुस्तक। रॉबिन्स और कोट्रान की रोग का रोग संबंधी आधार, केडी त्रिपाठी की मेडिकल फार्माकोलॉजी, एस दास की क्लिनिकल सर्जरी। डीसी दत्ता की प्रसूति पाठ्य पुस्तक, मणिपाल की मैनुअल ऑफ सर्जरी, एम दास की क्लिनिकल सर्जरी।
पिछले साल के प्रश्नपत्र हल करें
उम्मीदवार चिकित्सा विज्ञान के पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करें। इससे परीक्षा में पूछे जा रहे सवालों का पैटर्न पता चल सकेगा। उम्मीदवार प्रत्येक साल में दोहराए जा रहे टॉपिकों की सूची बना लें। इन टॉपिकों को गहराई से पढ़ें। पिछले साल के टॉपर्स की कॉपियों का विश्लेषण करें। चिकित्सा विज्ञान विषय करेंट अफेयर्स से जुड़ा है। ऐसे में उम्मीदवार दैनिक रूप से अखबार और करेंट अफेयर्स मैगजीन पढ़ें। आधिकारिक वेबसाइट को फॉलो करें।
डायग्राम का अभ्यास करें
इस विषय में डायग्राम बेहद महत्वपूर्ण हैं। अच्छे अंक हासिल करने के लिए प्रत्येक प्रश्न में डायग्राम बनाएं। डायग्राम बनाने से कम शब्दों के साथ अधिक अंक हासिल कर सकते हैं। चिकित्सा विज्ञान से संबंधित बुनियादी डायग्राम को बनाना सीखें और बार-बार अभ्यास करें ताकि परीक्षा के दौरान डायग्राम बनाने में समय न लगे। पेपर 2 की तुलना में पेपर 2 अधिक गतिशील है। इस भाग में केस स्टडीज शामिल हैं। इसे प्रमुखता से कवर करें।
नोट्स बनाएं, उत्तर लेखन करें
सामान्य अध्ययन की तुलना में चिकित्सा विज्ञान के उत्तरों को लिखने का तरीका अलग होता है। ऐसे में उम्मीदवार उत्तर लेखन का अभ्यास करें। उत्तर लेखन के लिए एक अच्छी मॉक टेस्ट सीरीज में पंजीयन करें। अपने उत्तरों का अवलोकन करें और सुधार के लिए शिक्षकों का मार्गदर्शन लें। अलग-अलग टॉपिकों से संबंधित जानकारियों का रिवीजन करने के लिए शॉर्ट नोट्स बनाएं। उम्मीदवीर महत्वपूर्ण टॉपिकों को अलग-अलग रंगों से हाइलाइट कर सकते हैं।