दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 3,900 पद खाली, केंद्रीय राज्यमंत्री ने दी जानकारी
क्या है खबर?
दिल्ली विश्वविद्यालय में नौकरी की राह देख रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है।
सदन में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने बुधवार को संसद में बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में शिक्षकों के 3,900 से अधिक पद रिक्त हैं।
इसके साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि 3,000 से अधिक शिक्षक वर्तमान में उन रिक्त पदों की जगह अस्थायी रूप से काम कर रहे हैं।
बयान
राज्यसभा में शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने दी जानकारी
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, "दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में शिक्षण पदों की कुल संख्या 3,959 खाली है और 3,047 शिक्षक वर्तमान में उन रिक्त शिक्षण पदों के लिए एडहॉक के आधार पर काम कर रहे हैं।"
दिसंबर में संसदीय समिति की रिपोर्ट में बताया गया था कि दिल्ली विश्वविद्यालय में वर्तमान में 50.85 प्रतिशत शिक्षक के पद और करीब 68 प्रतिशत गैर-शिक्षण के पद खाली हैं।
डाटा
दिल्ली विश्वविद्यालय के किस कॉलेज में कितने पद खाली?
केंद्र सरकार ने कहा कि सबसे अधिक 216 खाली पद गार्गी कॉलेज में है, जबकि जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में 169 पद और रामजस कॉलेज में 143 पद खाली हैं। इसी प्रकार देशबंधु कॉलेज में 132 और श्री वेंकटेश्वर कॉलेज में 131 पद खाली हैं।
रिक्त
केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 33 प्रतिशत से अधिक पद खाली
केंद्र सरकार ने सोमवार को सदन में बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 33 प्रतिशत से अधिक पद खाली हैं।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने 20 दिसंबर, 2021 को लोकसभा में बताया कि केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में 1 अक्टूबर, 2021 तक कुल स्वीकृत 18,905 संकाय (फैकल्टी) पदों में से 6,333 शिक्षकों के पद खाली पड़े थे।
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, देश में फिलहाल 48 केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। इन विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या 7,20,025 है।
समय-सीमा
केंद्रीय विश्वविद्यालयों रिक्त पदों को भरने के लिए दी थी समय-सीमा
बता दें कि सितंबर 2021 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों को दो महीने के भीतर 6,000 से अधिक रिक्त पदों को भरने की समय-सीमा दी थी।
45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के उप-कुलपतियों के साथ अपने पहली मुलाक़ात में उन्होंने कहा था कि, "हमें एक लक्ष्य के साथ काम करने की जरूरत है। आइये हम एक अभियान की शुरुआत करते हैं, सितंबर और अक्टूबर के भीतर इन 6,000 सीटों को भरने के लक्ष्य को पूरा करते हैं।"