JEE मेन के पाठ्यक्रम में हुआ बदलाव, हटाए गए कई टॉपिक
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE मेन), 2024 के पहले सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही NTA ने परीक्षा के पाठ्यक्रम की घोषणा की है, इसमें कई बदलाव किए गए हैं। परीक्षा के प्रमुख विषयों गणित, रसायन विज्ञान और भौतिकी से कई टॉपिकों को हटा दिया गया है। इस बदलाव से लाखों छात्र प्रभावित होंगे। आइए तीनों विषयों के लिए संशोधित पाठ्यक्रम के बारे में जानते हैं।
भौतिकी से कौन-से टॉपिक हटाए गए?
JEE मेन के भौतिकी पाठ्यक्रम से संचार प्रणालियां (विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रसार, अंतरिक्ष तरंग, मॉड्यूलेशन की आवश्यकता) और प्रायोगिक कौशल से संबंधित जानकारी (ट्रांजिस्टर की विशेषता वक्र, तापमान और समय के संबंध के लिए शीतलन वक्र) को हटाया गया है। इस विषय में उम्मीदवारों को विज्ञान भौतिकी और माप गति, विज्ञान, गति के नियम, ऊष्मागतिकी, दोलन और तरंगे, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, परमाणु और नाभिक पदार्थ, तत्वों की दोहरी प्रकृति और विकिरण जैसे टॉपिक पढ़ना होंगे।
रसायन विज्ञान से कौन-से टॉपिक हटाए गए?
रसायन विज्ञान से सबसे ज्यादा टॉपिक हटाए गए हैं। इसमें द्रव्य की अवस्थाएं, एस-ब्लॉक तत्व, पॉलिमर, पर्यावरण रसायन शास्त्र, हाइड्रोजन से संबंधित टॉपिक अब नहीं पढ़ने होंगे। इसके अलावा रसायन विज्ञान में भौतिक मात्राएं और उनका माप, महत्वपूर्ण आंकड़े, धातु पृथक्करण के सामान्य सिद्धांत और प्रक्रियाओं को भी हटाया गया है। उम्मीदवारों को परमाणु संरचना, रासायनिक बंधन, रेडॉक्स प्रतिक्रियाएं, तत्व वर्गीकरण, बायोमोलेक्यूल्स, रासायनिक कैनेटीक्स, रासायनिक ऊष्मप्रवैगिकी और रासायनिक गतिकी के बारे में पढ़ना होगा।
गणित से कौन-से टॉपिक हटाए गए?
गणित विषय से गणितीय तर्क, गणितीय प्रेरण के सिद्धांत और इसके सरल अनुप्रयोग, त्रिआयामी ज्यामिति से कुछ विषय हटा दिए गए हैं। अब इस विषय में उम्मीदवारों को सेट, संबंध और कार्य, जटिल संख्याएं, द्विघात समीकरण, क्रमपरिवर्तन और संयोजन, द्विपद प्रमेय और इसके अनुप्रयोग, अनुक्रम और श्रृंखला के बारे में पढ़ना होगा। इसके अलावा पाठ्यक्रम में सीमा, निरंतरता और भिन्नता, विभेदक समीकरण, समन्वय ज्यामिति, वेक्टर बीजगणित, सांख्यिकी और संभावना, त्रिकोणमिति से संबंधित टॉपिक शामिल हैं।
सवालों की संख्या में नहीं हुई कटौती
NTA द्वारा जारी आधिकारिक नोटिस के अनुसार, सवालों की संख्या में कोई कटौती नहीं की गई है। हर विषय में पहले जितने सवाल ही हल करने होंगे। हालांकि, पाठ्यक्रम में कटौती होने से छात्रों के ऊपर दबाव कम होगा और अन्य विषयों की तैयारी के लिए अधिक समय मिलेगा। JEE मेन परीक्षा 24 जनवरी से 1 फरवरी, 2024 तक होगी। ये परीक्षा हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू भाषा में होती है।