
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा में जेल के कैदियों ने भी किया उत्कृष्ट प्रदर्शन
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPSEB) ने आज 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम जारी किए।
इन परिणामों में उत्तर प्रदेश के होनहारों ने अव्वल अंक हासिल किए।
10वीं में प्रियांशी सोनी ने 600 में से 590 अंक लाकर प्रदेश में टॉप किया। 12वीं में 500 में से 489 अंकों के साथ शुभ चपरा ने प्रथम स्थान हासिल किया।
परीक्षा परिणामों में केंद्रीय जेल के कैदियों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
प्रतिशत
कितने कैदियों ने दी थी परीक्षा?
इस बार 10वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 79 कैदियों ने पंजीकरण कराया था, 62 कैदियों ने परीक्षा दी।
12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए 90 कैदियों ने पंजीकरण कराया था, इनमें से 65 कैदी परीक्षा में शामिल हुए थे।
हाईस्कूल की परीक्षा के लिए गाजियाबाद और हरदोई जेल में सबसे ज्यादा 12 कैदियों ने आवेदन किया था।
12वीं की परीक्षा के लिए गाजियाबाद जेल में सबसे ज्यादा 17 बंदियों ने पंजीकरण कराया था।
पास
क्या रहा पास प्रतिशत?
10वीं की परीक्षा में कुल 59 बंदी और 12वीं में कुल 45 कैदी उत्तीर्ण हुए हैं।
इस बार हाईस्कल की परीक्षा में कैदियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 95.16 फीसदी रहा जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में पास प्रतिशत 69.23 फीसदी रहा।
इस बार का 12वीं परीक्षा परिणाम 2022 की तुलना में अच्छा नहीं रहा।
2022 के सापेक्ष इस बार 10वीं के उत्तीर्ण प्रतिशत में 2.93 फीसदी की वृद्धि और 12वीं के उत्तीर्ण प्रतिशत में 1.6 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
जिला
इन जिलों के कैदियों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन
10वीं की बोर्ड परीक्षा में फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बुलंदशहर, कानपुर नगर, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद, मेरठ, आगरा, सहारनपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, बरेली, लखनऊ जिलों के कैदियों ने शत-प्रतिशत परिणाम हासिल किया।
12वीं की बोर्ड परीक्षा में मेरठ, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, उन्नाव, रायबरेली, आगरा, एटा, बरेली सहित 9 जेलों के कैदियों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
कैदी
हर साल बोर्ड परीक्षा देते हैं कैदी
उत्तर प्रदेश की अलग-अलग जेलों में बंद कैदी हर साल बोर्ड की परीक्षाओं में शामिल होते हैं।
पिछले साल परीक्षा परिणाम काफी अच्छा रहा था। 10वीं में पास प्रतिशत 92.23 फीसदी और 12वीं में 70.83 फीसदी रहा था।
साल 2021 में कोरोना महामारी के चलते कैदी परीक्षा नहीं दे पाए थे।
कैदियों की परीक्षा भी कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच की जाती है।
10वीं-12वीं पास करने के बाद कैदी जेल से ही आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं।