दिल्ली यूनिवर्सिटी ने स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए जारी की पहली कट-ऑफ सूची
क्या है खबर?
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने स्नातक (UG) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए शुक्रवार को पहली कट-ऑफ सूची du.ac.in पर जारी कर दी है।
इसमें हंसराज कॉलेज, जीसस एंड मैरी कॉलेज (JMC) कॉलेज में कंप्यूटर विज्ञान और मनोविज्ञान पाठ्यक्रमों तथा मिरांडा हाउस और रामजस कॉलेज में BA (हॉनर्स) राजनीति विज्ञान के लिए 100 प्रतिशत कट-ऑफ गई है।
कट-ऑफ क्लियर करने वाले छात्र कॉलेजों में ऑनलाइन पंजीयन कराकर अपना प्रवेश सुरक्षित कर सकते हैं।
आवेदन
4.38 लाख विद्यार्थियों ने किया था आवेदन
इंडिया टुडे के अनुसार, DU शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रवेश देने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपना रही है। इस साल स्नातक में प्रवेश के लिए 4,38,696 छात्रों ने आवेदन किया है।
इनमें से अधिकतर छात्र केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध स्कूलों से हैं। DU की ओर इस बार पांच कट-ऑफ जारी की जाएगी।
दूसरी कट-ऑफ 9 अक्टूबर और तीसरी कट-ऑफ 16 अक्टूबर को जारी की जाएगी। उसके बाद अन्य कट-ऑफ जारी होगी।
कट-ऑफ
किन-किन कॉलेजों में 100 प्रतिशत पर पहुंची कट-ऑफ
DU में साइंस कोर्स में दाखिले के लिए हंसराज कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज और शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज में कंप्यूटर साइंस के लिए 100 प्रतिशत कट-ऑफ गई है।
इसी तरह रामजस कॉलेज में BA ऑनर्स राजनीति विज्ञान और JMC कॉलेज में BA ऑनर्स मनोविज्ञान पाठ्यक्रम के लिए 100 प्रतिशत कट-ऑफ रही है।
इसी तरह किरोड़ीमल कॉलेज में अनारक्षित श्रेणी में BA ऑनर्स राजनीति विज्ञान में 99.75 प्रतिशत कट-ऑफ रही है।
जानकारी
SRCC के दोनों प्रमुख कोर्सेज में 100 प्रतिशत रही कटऑफ
DU और SRCC के दो सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रम BCom और BA अर्थशास्त्र के लिए श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में कट-ऑफ 100 प्रतिशत तक पहुंच गई। यहां PwD उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ सबसे कम 97.50 प्रतिशत पर रही है।
अन्य
अन्य कॉलेजों में यह रही है कट-ऑफ की स्थिति
सेंट स्टीफन कॉलेज में BA अर्थशास्त्र में सबसे अधिक 99.5 प्रतिशत, BA इतिहास, BA अंग्रेजी साहित्य और BA कॉमर्स में 99 प्रतिशत कट-ऑफ रही है। इसी तरह BA संस्कृत में सबसे कम 69 प्रतिशत कट-ऑफ रही है।
इसके अलावा आचार्य नारायण देव कॉलेज में BCom, Bsc बायोमेडिकल साइंस, Bsc गणित, Bsc फिजिक्स में 97 प्रतिशत और Bsc शारीरिक विज्ञान में सबसे कम 89 प्रतिशत कट-ऑफ रही है। इससे पहली सूची में कई विद्यार्थियों को निराशा हाथ लगी है।
उम्मीद
कट-ऑफ के ऊंची रहने की जताई जा रही थी उम्मीद
बता दें कि इस साल पहले से ही कट-ऑफ अधिक जाने की उम्मीद थी। कोरोना महामारी के कारण CBSE ने 12वीं की परीक्षा आयोजित नहीं की और पिछली कक्षाओं के पदर्शन और टेस्ट के आधार पर परिणाम तैयार किया था।
इसके कारण 70,004 छात्रों ने 95 प्रतिशत और 1,50,152 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक आए थे।
इसी तरह विदेश जाने वाले छात्रों की संख्या में कमी आने से भी कट-ऑफ पर बड़ा असर पड़ा है।