ओडिशा: 36 साल की मां ने अपने बेटे के साथ पास की 10वीं की परीक्षा, जानें
आज हम आपको एक ऐसी मां के बारे में बता रहे हैं, जो सबके लिए एक मिसाल है। स्कूल छोड़ने के 18 साल बाद एक मां ने फिर से परीक्षा दी है। जी हां, ओडिशा के पिछड़े मलकानगिरी जिले में एक आदिवासी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने अपने बेटे के साथ 10वीं की परीक्षा पास की है। इस मां ने अपने बेटे के साथ इतने सालों के बाद परीक्षा देकर लोगों को प्रेरित किया है। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
36 साल की हैं बसंती मुदुली
मलकानगिरी के कोरुकोंडा ब्लॉक के करलकोटा ग्रामपंचायत के अंतर्गत सी-कॉलोनी की एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बसंती मुदुली ने अपनी शादी के कुछ समय बाद ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी। पिछले सप्ताह ओडिशा स्टेट ओपन स्कूल द्वारा 10वीं बोर्ड परीक्षा रिजल्ट जारी किया गया, जिसमें 36 वर्षीय बसंती ने परीक्षा को पास किया है। पढ़ाई छोड़ने के इतने सालों बाद परीक्षा पास करने की खुशी में वे अपने आंसुओं को नहीं रोक पाईं और उन्होंने इन आंसुओं से खुशी जाहिर की।
बेटे की किताबों से की पढ़ाई
परीक्षा में पास होने के बाद बसंती मुदुली का कहना है कि पढ़ाई में उनके पति लबा पटनायक और उनके बेटे सिबानंद ने उनकी काफी मदद की। उनके बेटे ने भी अपने पहले प्रयास में परीक्षा पास की है। बसंती मुदुली कहती हैं कि उनका बेटा जो भी स्कूल से पढ़कर आता था, वो घर आकर उन्हें पढ़ाता था। साथ ही उनका कहना है कि उन्होंने ये महसूस किया कि 10वीं पास किए बिना उन्हें प्रमोशन मिलना मुश्किल था।
कुल 203 नंबरों के साथ पास की परीक्षा
आपको बता दें कि बसंती ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में कुल 203 नंबर के साथ डी-ग्रेड प्राप्त की है। वहीं उनके बेटे ने 340 नंबर के साथ सी-ग्रेड हासिल की है। अभी हाल ही में नबरंगपुर से जीत हासिल करने वाले सांसद रमेश चंद्रा मांझी ने कहा कि बसंती जैसे लोग मलकानगिरी और नबरंगपुर के लोगों को प्रेरित करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बसंती जैसे और भी लोग छूटी हुई पढ़ाई को पूरा करने के लिए कदम उठाएंगे।
इससे पहले एक मां ने हासिल किए थे बेटे से ज्यादा नंबर
ऐसा पहली बार नहीं है कि जब किसी मां ने अपने बच्चे के साथ परीक्षा दी हो। इससे पहले भी साल 2015 में आयोजित हुई असम बोर्ड की 12वीं परीक्षा में एक मां नयनमोनी बेजबरुआ ने अपने बेटे अंकुर के साथ परीक्षा दी थी और परीक्षा में उसने 69.8% नंबर के साथ अपने बेटे को भी पीछे छोड़ दिया था। वहीं UP बोर्ड में एक पिता अजय कुमार पांडे ने अपने बेटे राजदेव के साथ 12वीं की परीक्षा दी थी।