IIT बॉम्बे: अब 3 साल में BTech की पढ़ाई छोड़ने पर मिलेगी BSc डिग्री
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत छात्रों के लिए एक अहम बदलाव पेश किया है। संस्थान ने 4 साल के बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (BTech) कार्यक्रम को पूरा करने में असमर्थ छात्रों को बीच में डिग्री छोड़ने का विकल्प दिया है। नए बदलाव के मुताबिक, अगर छात्र 3 साल के बाद BTech की पढ़ाई छोड़ देंगे तो उन्हें बैचलर ऑफ सांइस (BSc) की डिग्री प्रदान की जाएगी।
छात्रों को हासिल करने होंगे 160 क्रेडिट स्कोर
3 साल में BSc डिग्री हासिल करने के लिए उम्मीदवारों को 160 क्रेडिट स्कोर हासिल करने होंगे। अगर छात्र अपने मुख्य विषय में 30 केड्रिट स्कोर हासिल करेगा तो उसे संबंधित विषय में विशेष डिग्री दी जाएगी। इसका मतलब है कि अगर छात्र ने कुल मिलाकर 160 क्रेडिट स्कोर प्राप्त किए हैं और इनमें से 30 क्रेडिट स्कोर कंप्यूटर विज्ञान विषय में हैं तो छात्र को कंप्यूटर विज्ञान में BSc की डिग्री दी जाएगी।
हर साल निकास का विकल्प मौजूद नहीं
IIT बॉम्बे के डिप्टी डायरेक्टर एस सुदर्शन ने कहा कि IIT काउंसिल ने ये फैसला लिया है। इसके मुताबिक, जो छात्र 4 वर्षीय कार्यक्रम को पूरा करने में अमसर्थ हैं, वो नई डिग्री के साथ सम्मानजनक तरीके से निकास पा सकते हैं। शैक्षणिक कार्यक्रम के डीन अविनाश महाजन ने कहा कि हम चाहते हैं कि छात्र पाठ्यक्रम पूरा करें। ऐसे में संस्थान ने हर साल डिग्री में निकास का विकल्प देने की योजना नहीं बनाई है।
15 छात्रों ने हासिल की BSc डिग्री
IIT बॉम्बे ने पिछले साल प्रायोगिक तौर पर तीसरे वर्ष के बाद डिग्री में निकास का विकल्प दिया था। इसके बाद 15 छात्रों ने BSC की डिग्री हासिल की है। इससे पहले IIT बॉम्बे इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम के प्रत्येक वर्ष में मानविकी विषय को पढ़ना अनिवार्य कर चुका है। नए नवाचारों और बेहतर शिक्षा स्तर के चलते IIT बॉम्बे को QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष 150 विश्वविद्यालयों में शामिल किया जा चुका है।
नई शिक्षा नीति में शामिल है डिग्री में निकास के विकल्प
नई शिक्षा नीति स्नातक डिग्री के 4 वर्षीय पाठ्यक्रम को बहुविषयक बनाना चाहती है। इससे छात्रों को ये चुनने की अनुमति मिलेगी कि वे कितने वर्षीय पाठ्यक्रम करना चाहते हैं। अगर कोई छात्र 4 वर्षीय पाठ्यक्रम में केवल 1 साल पढ़ाई करेगा तो उसे प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। 2 साल पढ़ने वाले छात्रों को डिप्लोमा प्रमाणपत्र मिलेगा और 3 साल की पढ़ाई के बाद छात्रों को स्नातक की डिग्री दी जाएगी। चौथे वर्ष में छात्रों को ऑनर्स डिग्री मिलेगी।