UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए अच्छे वैकल्पिक विषय का चयन कैसे करें?
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान उम्मीदवार के मन में यह सवाल जरूर आता है कि मुख्य परीक्षा में वह वैकल्पिक विषय कौन-सा चुने?
कई बार उम्मीदवार मुख्य परीक्षा इस कारण नहीं पास कर पाते हैं क्योंकि वे ऐसा वैकल्पिक विषय चुन लेते हैं जिसे पढ़ने में उन्हें कठिनाई होती है।
अगर आपको भी वैकल्पिक विषय चुनने में समस्या हो रही है तो हम आपको इससे जुड़ी जरूरी बातों के बारे में बताएंगे।
स्कोरिंग
स्कोरिंग विषय का करें चुनाव
UPSC मुख्य परीक्षा की तैयारी के दौरान वैकल्पिक विषय का चुनाव करते समय उम्मीदवार को सबसे पहले यह ध्यान रखना चाहिए कि वह विषय स्कोरिंग हो यानी उसमें अच्छे अंक आ सकें।
कुछ वैकल्पिक विषय स्कोरिंग विषय के नाम पर उम्मीदवारों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
लोक प्रशासन, भूगोल, इतिहास, समाजशास्त्र और मनोविज्ञान जैसे वैकल्पिक विषय छात्रों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि ये विषय अच्छा स्कोर प्राप्त करने में आपकी सहायता करते हैं।
लोकप्रियता
लोकप्रिय विषयों का चुनाव जरूरी नहीं
यह अक्सर देखा गया है कि सिविल सेवा परीक्षा में लोकप्रिय विषय भलीभांति परिभाषित होते हैं और इनमें बहुत ही सीमित पाठ्यक्रम होता है। जिस कारण अधिक उम्मीदवार उस वैकल्पिक विषय का चुनाव कर लेते हैं।
इस कारण उम्मीदवारों में प्रतिस्पर्धा बढ़ा जाती है और उम्मीदवार के कटऑफ को पार करने के अवसर कम हो जाता है।
इसलिए उम्मीदवार को विषय का चुनाव करते समय लोकप्रियता के पीछे नहीं भागना चाहिए।
दिलचस्पी
विषय को लेकर दिलचस्पी होना जरूरी
वैकल्पिक विषय का चुनाव करते समय उम्मीदवार कोशिश करता है कि वह ऐसे विषय का चुनाव करे जिस उसने ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान पढ़ा हो।
अगर आप वास्तव में आप उस विषय को पसंद करते हैं और यह आपको दिलचस्प लगता है, तो यह रणनीति आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
इसलिए, एक वैकल्पिक विषय का चयन करते में संभावित स्कोरिंग विषय के साथ-साथ अपकी किसी विषय को लेकर दिलचस्पी पर भी निर्भर करता है।
कोचिंग
कोचिंग की निर्भरता खत्म करके वैकल्पिक विषय का करें चुनाव
वैकल्पिक विषय का चुनाव करने से पहले छात्र यह भी देखते हैं कि उस विषय को पढ़ाने के लिए कौन-कौन सी कोचिंग हैं।
यह धारणा आपको अपने मन से निकालनी होगी क्योंकि अगर आपने किसी वैकल्पिक विषय का चुनाव कर लिया है तो आपको कोचिंग पर अपनी निर्भरता बिल्कुल शून्य रखनी चाहिए।
अगर आपको कोचिंग पर भरोसा करके ही किसी विषय का चुनाव करना हो तो इसका मतलब यह कि आपमें उस विषय को लेकर दिलचस्पी नहीं है।
चुनाव
वैकल्पिक विषयों का चुनाव करते समय इन बातों का ध्यान रखना भी है जरूरी
इसके अलावा वैकल्पिक विषय का चुनाव करते समय उम्मीदवार वैकल्पिक विषयों की सूची का अध्ययन करें और एक या दो विकल्पों को नोट करें।
पिछले वर्ष के सिलेबस और प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें, पहले के रुझानों का विश्लेषण करें और पिछले उम्मीदवारों से कुछ फीडबैक प्राप्त करने का प्रयास करें जो कि इस विषय में निपुण हों।
समाचारों में किस क्षेत्र में आपकी अत्यधिक रुचि है, इसका विश्लेषण करें। इससे आपको अपनी रुचि के क्षेत्रों को जानने में सहायता मिलेगी।