JEE मेन: 100 पर्सेंटाइल अंक पाने वाला उम्मीदवार इंजीनियरिंग को नहीं मानता सुरक्षित करियर
क्या है खबर?
राजस्थान के पार्थ भारद्वाज उन 24 टॉपरों में से हैं जिन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए आयोजित की जाने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) की मेन परीक्षा के दूसरे सत्र में 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया है।
JEE मेन के पहले सत्र में भी वह शामिल हुए थे और 99.99 पर्सेंटाइल स्कोर किया था।
पार्थ का कहना है कि वे भविष्य में इंजीनियर नहीं बल्कि IAS अधिकारी बनना चाहते हैं।
कोचिंग
JEE की तैयारी के लिए पार्थ को कक्षा 6 में शुरू करा दी गई थी कोचिंग
18 वर्ष के पार्थ कहते हैं कि स्कूल के शुरुआती वर्षों के दौरान उनकी खेलों में अधिक रुचि थी।
उन्होंने कहा कि JEE की तैयारी करने के लिए कक्षा 6 में ही उनका एडमिशन एक प्राइवेट कोचिंग संस्थान में करा दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कक्षा 11 से अपनी वास्तविक तैयारी शुरू की।
उन्होंने बताया कि कक्षा 11 से पहले वे राज्य स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी थे।
JEE मेन
JEE मेन में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या काफी अधिक- पार्थ
पार्थ ने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा, "इंजीनियरिंग को एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है, लेकिन करियर की संभावनाओं और अवसरों के मामले में यह अभी भी उतना सुरक्षित नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "करीब 30-40 लाख छात्रों ने CBSE की कक्षा 12 की परीक्षा दी जिसमें से करीब 9 लाख छात्रों ने JEE मेन परीक्षा दी है। JEE मेन में ये संख्या अभी भी काफी अधिक है।"
IIT
UPSC की तैयारी के नजरिए से IIT संस्थान का चुनाव करेंगे पार्थ
पार्थ ने कहा कि वे कक्षा 11 से JEE एडवांस्ड के लिए ही तैयारी कर रहे थे और JEE मेन के पहले सत्र की तैयारी के लिए वे अप्रैल, 2022 से तैयारी कर रहे थे।
उन्होंने आगे कहा, "मैं किसी खास IIT को टारगेट नहीं कर रहा हूं। मुझे बस ये देखना है कि UPSC की तैयारी के नजरिए से कौन सा संस्थान बढ़िया रहेगा क्योंकि मेरा लक्ष्य सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करना है।"
रणनीति
पार्थ ने बताई JEE मेन का पेपर हल करने की रणनीति
JEE मेन का पेपर हल करने की रणनीति साझा करते हुए पार्थ ने कहा कि चूंकि पेपर में गणित का भाग सबसे अधिक लंबा होता है, इसलिए उन्होंने इस विषय के सवालों को पहले 75 मिनट में हल करने की कोशिश की और बाकी एक घंटे में फिजिक्स और केमिस्ट्री के सवाल हल किए।
उन्होंने बताया कि JEE एडवांस्ड की तैयारी के लिए वे मॉक टेस्ट दे रहे हैं और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल कर रहे हैं।