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विमानन क्षेत्र में है दिलचस्पी तो एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के रूप में बना सकते हैं करियर
देश में तेजी से बढ़ रहे एयरपोर्ट्स पर सेवाएं देने के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स की मांग भी लगातार बढ़ रही है

विमानन क्षेत्र में है दिलचस्पी तो एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के रूप में बना सकते हैं करियर

लेखन तौसीफ
Oct 30, 2022
02:13 pm

क्या है खबर?

आजकल विमानन क्षेत्र में इंजीनियरिंग कर चुके युवा अपना करियर बनाना चाहते हैं, क्योंकि इसमें शुरुआत में ही आकर्षक वेतन और सुविधाएं मिलती हैं। अब देश के लगभग हर बड़े शहर में एयरपोर्ट स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे इन एयरपोर्ट्स पर सेवाएं देने के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स की मांग भी लगातार बढ़ रही है। अगर आप भी इस पद पर काम करना चाहते हैं तो आज हम आपको इसके लिए जो जरूरी शैक्षणिक योग्यताएं सहित अन्य जानकारी देंगे।

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का काम क्या होता है?

हवाई यातायात नियंत्रण जमीन पर आधारित हवाई यातायात नियंत्रकों द्वारा प्रदान की जाने वाली एक सेवा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का कार्य जिम्मेदारी वाला होता है जिसे करने के लिए उसे अपनी सूझबूझ और योग्यता का इस्तेमाल करना होता है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को एयरपोर्ट पर पर प्लेन के सुरक्षित आगमन और प्रस्थान की जिम्मेदारी का कार्य दिया जाता है। इस दौरान उसे पायलटों की सुरक्षा के लिए हाईटेक संचार उपकरण और रडार के साथ उन्हें निर्देश देने होते हैं।

योग्यता

शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए?

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए छात्र का विज्ञान विषय के साथ कक्षा 12 पास होना जरूरी है। इसके पूरा होने के बाद, आप इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, इलेक्ट्रिकल या रेडियो इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर सकते हैं। छात्र चाहें तो भौतिकी या गणित में ग्रैजुएट की डिग्री भी पूरी कर सकते हैं और फिर एमटेक कर सकते हैं। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के योग्य होने के लिए इन डिग्रियों को न्यूनतम 65 प्रतिशत अंक के साथ पास अनिवार्य है।

प्रवेश परीक्षा

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद पास करें ये प्रवेश परीक्षा

इसके बाद छात्र को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा आयोजित एयर ट्रैफिक कंट्रोलर प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। इस परीक्षा में दो भाग होते हैं जिसे छह खंडों में विभाजित किया जाता है। पहले भाग में रीजनिंग, अंग्रेजी भाषा और सामान्य जागरूकता से संबंधित प्रश्न शामिल हैं। दूसरा भाग में गणित और भौतिकी से जुड़े प्रश्न होते हैं। जब आप लिखित परीक्षा पास कर लेते हैं, तो अगला चरण वॉयस टेस्ट, पर्सनल इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट होता है।

पढ़ाई

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए इन प्रसिद्ध संस्थानों से कर सकते हैं पढ़ाई

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रुड़की (उत्तराखंड) एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई (तमिलनाडु) बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS), पिलानी (राजस्थान) इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा (उत्तर प्रदेश) इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर (पश्चिम बंगाल) लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर (पंजाब) इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर (उत्तर प्रदेश) इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलोर (कर्नाटक) सिविल एविएशन ट्रेनिंग कॉलेज, इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) एरिया कंट्रोल ट्रेनिंग सेंटर, हैदराबाद (तेलंगाना)

काम

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को किन पदों पर काम करने का मौका मिलता है?

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के बाद उम्मीदवारों को विभिन्न रैंकों में आगे बढ़ने का मौका मिलता है। जूनियर एग्जीक्यूटिव के अलावा असिस्टेंट मैनेजर, मैनेजर, सीनियर मैनेजर, असिस्टेंट जनरल मैनेजर, डिप्टी जनरल मैनेजर, ज्वॉइंट जनरल मैनेजर, जनरल मैनेजर, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनने के साथ ही AAI में सदस्य बनने तक का अवसर मिल सकता है। औसतन एक सामान्य एयर ट्रैफिक कंट्रोलर 4 लाख रूपये से लेकर 11 लाख रूपये सालाना वेतन मिलता है। इसमें ओवरटाइम के भी अलग से पैसे मिलते हैं।