CBSE बोर्ड परीक्षाएं हैं नजदीक, 12वीं के छात्र ऐसे करें समाजशास्त्र विषय की तैयारी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) जल्द ही 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए टाइमटेबल जारी करेगा। 12वीं की परीक्षाएं फरवरी में आयोजित होंगी। इस कक्षा में समाजशास्त्र एक महत्वपूर्ण विषय है। इसमें समाज, विकास और सामाजिक परिवर्तन के बारे में पढ़ना होता है। इस विषय का पाठ्यक्रम बड़ा है, इस वजह से कई उम्मीदवार कठिनाई महसूस करते हैं। आइए जानते हैं 12वीं के विद्यार्थी कम समय में समाजशास्त्र विषय की तैयारी कैसे कर सकते हैं।
सबसे पहले समझें पाठ्यक्रम
कक्षा 12 के समाजशास्त्र के पाठ्यक्रम में भारतीय समाज और भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास नामक 2 प्रमुख खंड हैं। पहले खंड में भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना, सामाजिक संस्थाएं, निरंतरता और परिवर्तन, सामाजिक असमानता और बहिष्कार के पैटर्न, सांस्कृतिक विविधता की चुनौतियों जैसे टॉपिक शामिल हैं। दूसरे खंड में संरचनात्मक परिवर्तन, सांस्कृतिक परिवर्तन, ग्रामीण समाज में परिवर्तन और विकास, औद्योगिक समाज में परिवर्तन और सामाजिक आंदोलनों के बारे में पढ़ना होगा।
इन टॉपिकों पर दें विशेष ध्यान
परीक्षा में दोनों खंड से 40-40 अंक से सवाल पूछे जाएंगे। ऐसे में पूरे पाठ्यक्रम को कवर करना जरूरी है। उम्मीदवार जनसांख्यिकी के सिद्धांत और अवधारणाएं, भारत में जनसंख्या नीति, जाति व्यवस्था, जनजातीय समुदाय, आदिवासी संघर्ष और महिला समानता के लिए संघर्षों के बारे में गहराई से पढ़ें। इसके अलावा सांप्रदायिकता, नागरिक समाज, उपनिवेशवाद, औद्योगिकीकरण, शहरीकरण, सामाजिक सुधार आंदोलन, धर्मनिरपेक्षता, भारत की कृषि सरंचना और हरित क्रांति के बारे में विस्तार से पढ़ना जरूरी है।
नियमित तौर पर करें उत्तर लेखन
समाजशास्त्र में बड़े-बड़े उत्तर लिखने होते हैं। इसके चलते कई बार पेपर पूरा नहीं हो पाता। इस समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से उत्तर लेखन करना जरूरी है। लगातार अभ्यास से परीक्षा के दौरान समय प्रबंधन में मदद मिलेगी। उत्तर लेखन अभ्यास के दौरान समय और शब्द सीमा का ध्यान रखें। उत्तर को बड़े-बड़े पैराग्राफ में लिखने के बजाय प्वाइंट्स में लिखें। अपनी लिखावट पर ध्यान दें और भाषा सरल रखें।
वैचारिक स्पष्टता प्राप्त करें
समाजशास्त्र में उत्तरों को रटने की गलती न करें। रटने से भूलने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में जरूरी है कि आप विभिन्न टॉपिकों पर वैचारिक स्पष्टता प्राप्त करें। NCERT किताबों की मदद से बुनियादी अवधारणाओं को समझें। जानकारी को लंबे-लंबे पैराग्राफ में याद करने की बजाय उन्हें प्वाइंट्स में बांट कर याद करें। किसी भी उत्तर को याद करने के बाद उससे संबंधित जानकारी लिखकर जरूर देखें, इससे रिवीजन में भी मदद मिलेगी।
अध्ययन के दौरान न करें ये गलतियां
अधिकांश छात्र परीक्षा तैयारी के दौरान घंटों बिना ब्रेक के पढ़ाई करते हैं, लेकिन ये सही नहीं है। उम्मीदवार हर 1 घंटे पढ़ाई के बाद 5 मिनट का छोटा ब्रेक लें और 3 से 4 घंटे पढ़ाई के बाद आधे घंटे का ब्रेक लें। इससे पढ़ाई के दौरान क्रेंदित रहने में मदद मिलेगी। इसके अलावा कम अंक में पूछे जाने वाले टॉपिकों को नजरअंदाज न करें। अगर आप ऐसा करेंगे तो सरल प्रश्नों में भी अंक खो देंगे।