हरियाणा: 10 फरवरी से पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे कक्षा 1 से 9 तक के स्कूल
हरियाणा में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आई है। इसे देखते हुए शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने पहली से नौवीं कक्षा तक के स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं भी चलती रहेंगी। राज्य में 10वीं से 12वीं तक की कक्षाओं को 1 फरवरी, 2022 को ही खोला जा चुका है। स्कूलों में कोविड-19 प्रोटोकॉल की सभी शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा।
कक्षाओं में करना होगा कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालन- शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'हरियाणा में 10 फरवरी से कक्षा 1 से 9 तक के लिए स्कूल खोले जाएंगे। कक्षाओं में कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन किया जाएगा। जो माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं, वे भेज सकेंगे । ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी।' बता दें कि कोरोना के मामलों में आए उछाल के बाद राज्य में जनवरी में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था।
शिक्षा विभाग ने भेजा था कक्षाओं को दोबारा खोलने का प्रस्ताव
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने पहली से नौवीं तक के स्कूल खोलने की तैयारी कर ली है। विभाग ने 10 फरवरी से इन कक्षाओं के छात्रों को भी स्कूल बुलाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। विभाग की तरफ से यह प्रस्ताव सेकेंडरी शिक्षा निदेशक जे गणेशन द्वारा भेजा गया था। प्रस्ताव में उन्होंने कहा था कि राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट आ रही है, ऐसे में सभी कक्षाओं के बच्चों को स्कूल बुलाया जाए।
15-18 साल के छात्रों को बिना वैक्सीनेशन के स्कूल आने की नहीं होगी अनुमति
बता दें कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने बयान में कहा था कि जब स्कूल फिर से खुलेंगे तो 15 से 18 वर्ष आयु के उन बच्चों को स्कूल में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। राज्य में 15 से 18 वर्ष आयु के 15 लाख से अधिक बच्चे वैक्सीन की पात्रता रखते हैं और इस आयुवर्ग के लिए वैक्सीनेशन 3 जनवरी से शुरू हो चुका है।
राज्य में कोरोना वायरस महामारी की क्या स्थिति?
हरियाणा में 8 फरवरी को कोरोना वायरस के 1,303 मामले सामने आए हैं। ओमिक्रॉन वेरिएंट के 94 मामले मिले और 17 मरीजों की मौत भी हुई। इसी के साथ प्रदेश में अब कुल सक्रिय मामले 10,199 रह गए हैं। मंगलवार को हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने 32,695 कोरोना टेस्ट किए। प्रदेश में रिकवरी रेट 97.86 प्रतिशत पहुंच गई है और पॉजिटिविटी रेट 5.54 प्रतिशत है।