CUET के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय की एडमिशन प्रक्रिया में हो सकती है देरी
क्या है खबर?
तकनीकी खामियों और कुप्रबंधन के चलते पिछले हफ्ते देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) के पेपर टाले जाने का खामियाजा दिल्ली विश्वविद्यालय के ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन लेने के इच्छुक छात्रों को उठाना पड़ सकता है।
इन टाली गई परीक्षाओं के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की तरफ से जारी किए नए परीक्षा कार्यक्रम के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय की एडमिशन प्रक्रिया में कम से कम एक हफ्ते की देरी हो सकती है।
परीक्षा
NTA ने शनिवार को जारी किया था CUET UG का नया परीक्षा कार्यक्रम
CUET UG के पुराने परीक्षा कार्यक्रम के मुताबिक परीक्षाएं 20 अगस्त को समाप्त होनी थीं, लेकिन अब इनका समापन 28 अगस्त को होगा।
NTA ने पिछले शनिवार को ही CUET UG की टाली गई परीक्षाओं का नया कार्यक्रम घोषित करते हुए कहा था कि इन परीक्षाओं में शामिल होने के लिए छात्रों को नए एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे।
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय के ग्रेजुएशन कोर्सेज में इस सत्र से सभी एडमिशन CUET के माध्यम से ही होंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय
दिल्ली विश्वविद्यालय की एडमिशन प्रक्रिया अब सितंबर के अंत तक पूरी होने की उम्मीद
दिल्ली विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा, "CUET के लिए नया परीक्षा कार्यक्रम जारी होने के कारण एडमिशन प्रक्रिया एक हफ्ते तक टल सकती है। एडमिशन प्रक्रिया एक महीने में पूरी हो जाएगी।"
उन्होंने कहा, "एडमिशन प्रक्रिया अब सितंबर के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है और प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए कक्षाएं अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है।"
एडमिशन
एडमिशन के लिए अगस्त के तीसरे हफ्ते में खुलेगा CSAS पोर्टल
विश्वविद्यालय के अधिकारी ने बताया, "पहले विश्वविद्यालय सितंबर के अंत तक कक्षाएं शुरू करने की योजना बना रहा था।"
डीन ऑफ एडमिशन हनीत गांधी ने कहा कि साझा सीट आवंटन प्रणाली (CSAS) पोर्टल अगस्त के तीसरे हफ्ते में खुलेगा जहां एडमिशन लेने के इच्छुक छात्र आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।
इसलिए अब माना जा रहा है कि एडमिशन प्रक्रिया इस महीने के अंत तक शुरू होगी।
प्रक्रिया
CSAS पोर्टल के तहत होने वाली एडमिशन प्रक्रिया समझें
CSAS पोर्टल में कई चरण हैं। सबसे पहले छात्रों को CSAS का आवेदन पत्र जमा करना होगा, फिर कार्यक्रमों यानी कोर्सेज का चयन और वरीयताएं भरनी होंगी और फिर इसके बाद सीट आवंटन और एडमिशन मिलेगा।
वहीं दूसरे चरण में CUET UG में छात्रों के अंकों की जरूरत पड़ेगी। इस परीक्षा के नतीजे घोषित किए जाने के बाद ही एडमिशन प्रक्रिया का दूसरा चरण शुरू हो सकेगा।
ग्रेजुएशन
महंगी होगी ग्रेजुएशन की पढ़ाई
अगले शैक्षणिक सत्र से दिल्ली विश्वविद्यालय ने ग्रेजुएशन कोर्सेज के लिए शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है।
विश्वविद्यालय ने फीस स्ट्रक्चर में विश्वविद्यालय सुविधाएं और सेवा शुल्क, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) सहायता विश्वविद्यालय निधि और विश्वविद्यालय छात्र कल्याण कोष जैसे नए सेक्शन जोड़े हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक एसोसिएशन (DUATA) के पदाधिकारी आनंद प्रकाश के अनुमान के मुताबिक, हर छात्र की सालाना फीस में करीब 1,000 रुपये की वृद्धि होने की संभावना है।