ट्विटर CEO पराग अग्रवाल जैसे छात्रों को शिक्षा देने वाले संस्थान IIT की शुरूआत कैसे हुई?
इंजीनियरिंग के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) बॉम्बे से पढ़े पराग अग्रवाल के सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बनने की खबर आने के बाद से ही सोशल मीडिया से लेकर चाय की दुकानों तक पराग अग्रवाल और IIT की चर्चा होने लगी है। आखिर IIT की शुरुआत कैसे हुई और उसने कैसे शिक्षा के क्षेत्र में खास जगह बना ली, आइये जानते हैं।
देश में IIT खोलने के लिये 1946 में बनी थी कमेटी
देश को आजादी मिलने के बाद उच्च शिक्षा वाले तकनीकी कॉलेजों की जरूरत थी और इसे लेकर 1946 में ही सर जोगेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक कमेटी बना दी गई थी। लेकिन जब यह समिति अपनी रिपोर्ट नहीं दे सकी तो भारत सरकार ने एक नई कमेटी का गठन किया जिसका नेतृत्व नलिनी रंजन कर रही थीं। अंत में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बंगाल के मुख्यमंत्री बीसी राय के सुझाव पर 1950 में IIT खड़गपुर की नींव रखी।
1951 में IIT खड़गपुर की हुई शुरूआत
नलिनी रंजन कमेटी ने सिफारिश की कि भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर भारत को चार अलग-अलग भाग में बांटा जाए और इसमें चार IIT की स्थापना की जाए। कमेटी ने इस बात का भी उल्लेख किया कि जो भी संस्थान बनेंगे वे अमेरिका स्थित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलाजी (MIT) को अपना आदर्श मानेंगे। IIT के नींव रखे जाने के बाद 1951 में इसकी शुरुआत हुई। फिर संसद में IIT खड़गपुर एक्ट पास करके इस पर मुहर लगा दी गई।
IIT खड़गपुर के बाद इन संस्थानों की हुई शुरुआत
1951 में देश में IIT का पहला कैम्प्स पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में हिजलीपुर जेल बिल्डिंग में खोला गया था। इसके बाद 1958 में मुंबई, 1959 में मद्रास और कानपुर में IIT के कैंपस खोले गए। 1961 में IIT दिल्ली की शुरुआत हुई। बता दें कि अब भारत में IIT की संख्या 23 हो चुकी है। इसमें खड़गपुर का कैंपस 2,100 एकड़ में फैला है और सबसे बड़ा कैम्पस यही है।
IIT में एडमिशन कैसे होता है?
देशभर के छात्रों को प्रवेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) के आधार पर IIT में दिया जाता है। इस परीक्षा में वही छात्र भाग ले सकते हैं जिन्होंने गणित, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान विषयों में 60 प्रतिशत अंको के साथ 12वीं की परीक्षा पास की हो। 12वीं के दौरान और पास करने के एक साल बाद तक छात्र इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इस वर्ष IIT प्रवेश परीक्षा में करीब 2.5 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे।