बिना हाथों के भी इस छात्र ने CBSE 10वीं में स्कोर किए 72%, जानें कैसे
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 06 मई, 2019 को 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया था। 13 छात्रों ने 499 नंबरों के साथ टॉप और 25 छात्रों ने भी 498 नंबरों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं एक ऐसे छात्र ने परीक्षा में अच्छा स्कोर किया है, जिसके लिए परीक्षा पास करना भी बड़ी बात हो सकती थी। महनत करने से कुछ भी मिल सकता है, इस कहावत को इसने सहीं साबित कर दिया है। आइए जानें।
बिना हाथों के प्राप्त किए 72%
सिक्किम के बिक्रम भट्टाराई ने CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा 2019 में बिना हाथों के कॉपियां लिखीं हैं और न उसने सिर्फ परीक्षा दी बल्कि परीक्षा में अच्छे नंबर भी स्कोर किए हैं। बिक्रम ने अपने पैरों का उपयोग करके कॉपी लिखकर अपनी परीक्षा में 72 प्रतिशत नंबर हासिल किए हैं। पूर्वी सिक्किम के सामामा गवर्नमेंट सेकेंडरी स्कूल के 16 साल के एक छात्र का जन्म बिना हाथों के हुआ था।
बनना चाहते हैं इलेक्ट्रिकल इंजीनियर
बिक्रम अपने पैरों का उपयोग करके वो सब काम कर लेते हैं, जो दूसरों को असंभव लग सकता है। बिक्रम की विकलांगता उसे जीवन को पूर्ण रूप से जीने से नहीं रोका पाई। बिक्रम का कहाना है कि वे उन नंबरों से खुश हैं, जो उन्होंने बोर्ड परीक्षा में हासिल किए हैं। साथ ही वे एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं। वे 12वीं के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऑफ रंगा से साइंस स्ट्रीम में पढ़ाई करेंगे।
पिता ने जाहिर की खुशी
पिता नरपति भट्टाराई ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने बेटे के सपने को हासिल करने में उसकी मदद करेंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि वह हमेशा एक उज्ज्वल बच्चा था, जिसने अपनी शारीरिक चुनौतियों के कारण कभी भी आत्मविश्वास नहीं खोया। गाँव के लोगों ने ऐसे बच्चे को जन्म देने के लिए उनको ताना भी मारा और कहा कि इससे परिवार का बुरा हाल होगा, लेकिन वही लोग अब बिक्रम की सराहना कर रहे हैं।
इस पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित
बिक्रम के साहस के लिए उन्हें साल 2010 में महिला और बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय बाल उपलब्धि पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। खाने, स्नान करने, मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग करने, ब्रश करने और पेंटिंग आदि बिक्रम अपने पैरों से करते हैं।