CBSE ने 10वीं के छात्रों को पास होने के लिए न्यूनतम नंबर में थी राहत, जानें
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा की गई घोषणा के अनुसार 10वीं के छात्रों के लिए उत्तीर्ण होने के मानदंड में छूट दी गई है। छात्रों को किसी भी विषय को पास करने के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल में मिलाकर न्यूनतम 33% नंबर प्राप्त करने होंगे। हालांकि 12वीं के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। इस बीच दोनों कक्षाओं के रिजल्ट मई के तीसरे सप्ताह तक जारी होने की उम्मीद की जा रही है।
इससे पहले जारी किया गया सर्कुलर
CBSE ने अक्टूबर, 2018 में एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर में बताया गया कि छात्रों के प्रैक्टिकल में अनुपस्थित होने की स्थिति में उसके शून्य नंबर माने जाएंगे और रिजल्ट उसी के अनुसार दिया जाएगा। अब माध्यमिक परीक्षाओं के छात्र यानी जो साल 2019 में 10वीं परीक्षाओं में शामिल हुए थे, उन छात्रों के लिए पास होने के लिए जरुरी मानदंड को कम करने का निर्णय लिया गया है।
इन बातोंं को ध्यान में रखते हुए किए गए परिवर्तन
बोर्ड ने देश के अन्य राज्य बोर्डों के पैटर्न को ध्यान में रखते हुए बदलाव किए हैं। इससे पहले छात्रों को एक विषय पास करने के लिए थ्योरी में 33% नंबर और प्रैक्टिकल में अलग से 33% नंबर लाने होते थे।
12वीं रिजल्ट पहले होंगे जारी
इस बीच बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि 10वीं और 12वीं का रिजल्ट 13 मई, 2019 से 17 मई, 2019 के बीच घोषित किए जाने की संभावना है। 12वीं का रिजल्ट पहले घोषित किया जाएगा, जिसके बाद 2-3 दिनों के बाद CBSE 10वीं के रिजल्ट घोषित करेगा। आपकी मूल्यांकन प्रक्रिया मार्च, 2019 में शुरू हो गई है। छात्र CBSE की और अपडेट के लिए छात्र CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर देख सकते हैं।
परीक्षाओं के लिए 28 ट्रांसजेंडर ने भी किया आवेदन
इस साल बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 3 लाख 14 हज़ार 831 उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था, जिसमें 18 लाख 19 हज़ार 77 लड़के और 12 लाख 95 हज़ार 753 लड़कियां शामिल थीं। इसके अलावा 28 ट्रांसजेंडर छात्रों ने भी 2019 में आवेदन किया था।