CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा 2020 में ऐसा होगा गणित और अंग्रेजी का परीक्षा पैटर्न, जानें
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE), साल 2020 से 10वीं की अंग्रेजी और गणित की परीक्षाओं के पैटर्न में कई बदलाव लाने की योजना बना रहा है।
CBSE ने इस कदम को 'शिक्षार्थी केंद्रित' कहा है और इससे छात्रों के बोझ में कमी आने की उम्मीद की जा रही है।
अभी की बात करें, तो अभी केवल संबद्ध स्कूलों को ही नोटिस भेजा गया है। जल्द ही आम जनता के लिए भी नोटिस जारी कर दिया जाएगा।
आइए जानें पूरी खबर।
इंटरनल परीक्षा
अब 20 नंबर की होगी इंटरनल परीक्षा
CBSE 20 और 80 नंबरों की दो-स्तरीय परीक्षा शुरू करने के लिए योजना बना रहा है।
अभी के प्रारुप को देखें, तो नए बदलाव के अनुसार साल 2020 में 100 नंबर की एक परीक्षा होने के बजाय दो स्तरों की परीक्षा होगी।
स्कूल 20 नंबरों की आंतरिक परीक्षा (इंटरनल परीक्षा) आयोजित करेंगे और यह निर्धारित करेंगे कि लिखित परीक्षा लेने की अनुमति किसको दी जाएगी।
साल 2020 से CBSE द्वारा आयोजित बाहरी/सामान्य परीक्षा 80 नंबरों के लिए होगी।
गणित
छात्र गणित के पेपर के लिए चुन सकते हैं कठिनाई स्तर
इसके अलावा जो छात्र इंटरनल परीक्षा को पास नहीं करेंगे, उन्हें बाहरी (एक्सटर्नल) परीक्षा के लिए बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
यदि बोर्ड द्वारा घोषित परिवर्तन अंग्रेजी और गणित दोनों के लिए होते हैं, तो छात्रों को गणित के पेपर में काफी बदलाव दिखाई देगा। जो उनके लिए गणित को काफी आसान बना सकता है।
इसके साथ ही छात्रों को अपने गणित के पेपर के लिए कठिनाई स्तर चुनने की भी अनुमति दी जाएगी।
जानकारी
गणित के लिए ऐसे करें चुनाव
बदलावों के बाद गणित विषय (जिसमें वर्तमान पाठ्यक्रम शामिल है) को गणित-मानक कहा जाएगा। वहीं इसके आसान संस्करण को गणित-मूल कहा जाएगा। सबसे जरुरी बात ये है कि जो छात्र आसान संस्करण चुनते हैं, उन्हें उच्च अध्ययन में गणित लेने की अनुमति नहीं होगी।
क्रिएटिव राइटिंग
क्रिएटिव राइटिंग को नंबर देने के लिए की गई थी घोषणा
इस साल की शुरुआत में CBSE ने ये भी घोषणा की थी कि रचनात्मक लेखन (क्रिएटिव राइटिंग) को नंबर दिए जाएंगे।
CBSE के प्रवक्ता ने कहा था कि छात्रों को पाठ्यपुस्तकों में लिखने के अनुसार ही परीक्षा में लिखने की आदत है। यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी लेखन शैली विकसित करें और केवल वही न पढ़ें जो किताबों में कहा गया है।
इसलिए हमने अच्छे लेखन शैली को अपनाने वाले छात्रों पर विचार करने के निर्देश जारी किए हैं।
कला
कला विषय के लिए दिया गया ये निर्देश
पाठ्यपुस्तक शिक्षा से परे जाने वाले अन्य निर्णयों में बोर्ड ने क्लास 1 से 12वीं तक के सभी छात्रों के लिए कला शिक्षा को अनिवार्य कर दिया है।
स्कूलों को निर्देश जारी किया गया है कि वे हर हफ्ते कम से कम दो पीरियड कला के लिए जरुर रखें।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीरियड में कला के अंतर्गत आने वाली सभी चीजें जैसे संगीत, नृत्य, दृश्य कला और रंगमंच आदि शामिल होंगी।